Credit Card Feature: क्या होता है क्रेडिट कार्ड का बैलेंस ट्रांसफर फीचर, कैसे करता है काम? जानें सबकुछ
Credit Card Feature 5 तारीख को क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाना है और अभी तक सैलरी नहीं आई। अब ऐसे में अगर क्रेडिट कार्ड का बिल लेट से भरते हैं तो लेट फीस भी देनी होगी और सिबिल स्कोर पर भी इसका असर पड़ेगा। ऐसी स्थिति में क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर फीचर बहुत कारगार साबित होता है। आइए इस आर्टिकल में इस फीचर के बारे में विस्तार से समझते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड (Credit Card) आज के समय में इसके यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। लोग धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल करते हैं पर दिक्कत तब आती है जब क्रेडिट कार्ड का बिल देना हो और पैसों न हो। अब ऐसे में पहले तो देरी से बिल का भुगतान करने की सोचते हैं पर फिर सिबिल स्कोर (Cibil Score) खराब होने का डर रहता है।
अब बिना सिबिल स्कोर खराब किये और कोई उधार लिये बिना क्रेडिट कार्ड का बिल कैसे भरें? इसका जवाब है क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर (Credit Card Balance Trasfer Feature) फीचर। यह फीचर आपके लिए भी काफी मददगार साबित हो सकता है।
बैलेंस ट्रांसफर फीचर क्या है?
बैलेंस ट्रांसफर फीचर का इस्तेमाल करने के लिए आपके पास दो क्रेडिट कार्ड होने चाहिए। इसमें आप एक क्रेडिट कार्ड का बिल का भुगतान दूसरे कार्ड से कर सकते हैं। इसे प्रोसेस को ही बैंलेंस ट्रांसफर कहते हैं।अब दूसरे कार्ड से पेमेंट करने के लिए भी आपको ब्याज देना होगा। हालांकि, यह ब्याज लेट फीस या फिर लोन (Loan) से काफी कम है।
कैसे होता है बैलेंस ट्रांसफर ?
बैलेंस ट्रांसफर करने के दो तरीके होते हैं। पहले तरीके में आपको बैंक के कस्टमर केयर को कॉल करके फिर उनसे बैलेंस ट्रांसफर करवाना होगा। वहीं, दूसरे तरीके में आप खुद बैंक के वेबसाइट और ऐप की मदद से बैलेंस ट्रांसफर करवा सकते हैं।
दूसरे तरीके में आपको क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स देनी होगी जिस पर बैलेंस ट्रांसफर करना है और अमाउंट भी देना होगा। इसमें आप बैलेंस चुकाने का तरीका भी चुन सकते हो। आप बैलेंस ट्रांसफर चुकाने के लिए एकमुश्त या फिर ईएमआई (EMI) में से कोई एक ऑप्शन सेलेक्ट कर सकते हो।