Credit Card Portability: क्या हकीकत बन पाएगा RBI का यह प्लान, ग्राहकों को एक साथ मिलेंगे ढेरों फायदे
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने नवीनतम ड्राफ्ट सर्कुलर में एक प्रस्ताव रखा है जो ग्राहकों को अपने डेबिट प्रीपेड या क्रेडिट कार्ड नेटवर्क को बदलने की अनुमति देगा। दरअसल अभी तक ग्राहकों को उनके कार्ड के नेटवर्क बदलने का ऑप्शन नहीं दिया जाता था लेकिन आरबीआई के इस सर्कुलर के बाद ये विकल्प यूजर्स को दिया जाएगा जिससे उन्हें अनेक सुविधा होगी।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 06 Jul 2023 05:00 PM (IST)
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: देश में तेजी से क्रेडिट कार्ड यूजर्स की संख्या बढ़ रही है। लेकिन चाहे क्रेडिट कार्ड हो या डेबिट कार्ड दोनों कार्ड में आपको एक तय नेटवर्क मिलता है। नेटवर्क माने वो कार्ड या तो वीजा कार्ड (Visa card), मास्टरकार्ड (Mastercard) या फिर रुपे कार्ड (RuPay Card) होता है।
लेकिन आप जब डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड लेने जाते हैं तो ग्राहक के तौर पर आपको नेटवर्क चुनने का विकल्प नहीं दिया जाता है। बैंक आपको जिस नेटवर्क का कार्ड देता है आपको उसी नेटवर्क का कार्ड यूज करना पड़ता है।
लेकिन कई बार ग्राहक उस नेटवर्क वाले कार्ड का उपयोग किन्हीं कारणों से नहीं करना चाहते लेकिन उनके पास और कोई दूसरा विकल्प नहीं होता।
अब मिलेगी ये सुविधा
ग्राहकों की इस परेशानी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने लेटेस्ट सर्कुलर में एक प्रस्ताव रखा है जो ग्राहकों को अपने डेबिट, प्रीपेड या क्रेडिट कार्ड नेटवर्क को बदलने की अनुमति देता है।आरबीआई के सर्कुलर के मुताबिक 1 अक्टूबर से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और प्रीपेड कार्ड ग्राहक अपने नेटवर्क को पोर्ट कर सकेंगे। उदाहरण के लिए, कार्ड उपयोगकर्ता अपनी पसंद के अनुसार वीजा कार्ड से मास्टरकार्ड, रूपे या किसी अन्य नेटवर्क पर या इसके विपरीत पोर्ट कर सकेंगे। या बिल्कुल उसी तरह होगा जैसे आप अपना मोबाइल का सिम कार्ड एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर में चेंज करते हैं।
क्यों आया ये विकल्प?
अब सवाल उठता है कि आखिर ये कार्ड नेटवर्क पोर्टिंग की उपयोग क्या है और आखिर क्यों हम अपने कार्ड का नेटवर्क बदलें। इस सवाल का जवाब बहुत ही आसान है। PNB में 21 साल तक सेवाएं दे चुकीं बिन्दु रावत कहती हैं...दरअसल हर कार्ड के नेटवर्क पर यूजर्स को अलग-अलग ऑफर, बिनिफिट और विभिन्न फायदे मिलते हैं। वर्तमान स्थिति में ग्राहकों चाहें तो भी अपने मन के मुताबिक कार्ड का नेटवर्क नहीं चुन सकते, क्योंकि उनका नेटवर्क बैंक द्वारा तय किया जाता है, लेकिन आरबीआई के इस फैसले के बाद ग्राहक अपने फायदे के अनुरुप कार्ड का नेटवर्क बदल पाएंगें।
देश में कुल कितने हैं कार्ड नेटवर्क?
फिलहाल भारत में पांच क्रेडिट कार्ड नेटवर्क हैं - वीजा (Visa), मास्टरकार्ड (MasterCard), रुपे (RuPay), अमेरिकन एक्सप्रेस (American Express) और डायनर क्लब (Diner’s Club)। आरबीआई का सर्कुलर लागू होने के बाद यूजर्स 1 अक्टूबर से अपने कार्ड को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में पोर्ट कर पाएंगें। आपको बता दें कि साल 2021 में, आरबीआई ने स्थानीय डेटा भंडारण नियमों का अनुपालन न करने पर मास्टरकार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस और डायनर्स क्लब को ग्राहकों को नए डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड कार्ड जारी करने से अनिश्चित काल के लिए रोक दिया। हालांकि बाद में रिजर्व बैंक ने भुगतान डेटा भंडारण नियमों के साथ कंपनी के अनुपालन को देखने के बाद जून 2022 में प्रतिबंध हटा दिया था।आरबीआई ने अपने प्रस्ताव में क्या कहा?
केंद्रीय बैंक ने पाया है कि ग्राहकों को अधिक विकल्प प्रदान करने के लिए भुगतान प्रणाली और सार्वजनिक हित में ऐसा करना "आवश्यक और समीचीन है"। इसके लिए आरबीआई ने प्रस्ताव दिया कि:- कार्ड जारीकर्ता, कार्ड नेटवर्क के साथ ऐसी कोई व्यवस्था या समझौता नहीं करेंगे जो उन्हें अन्य कार्ड नेटवर्क की सेवाओं का लाभ उठाने से रोकता हो।
- कार्ड जारीकर्ता एक से अधिक कार्ड नेटवर्क पर कार्ड जारी करेंगे।
- कार्ड जारीकर्ता अपने पात्र ग्राहकों को कई कार्ड नेटवर्कों में से किसी एक को चुनने का विकल्प प्रदान करेंगे। इस विकल्प का उपयोग ग्राहक या तो जारी होने के समय या उसके बाद किसी भी समय कर सकते हैं।