बार-बार Credit Score चेक करना क्या है सही तरीका, क्रेडिट प्रोफाइल पर होता है असर?
Credit Score किसी भी प्रकार का लोन लेने क्रेडिट कार्ड और फाइनेंसियल प्रोडक्ट खरीदते समय बड़ी भूमिका निभाता है। ऐसे में हमें नियमित अंतराल पर समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करते रहना चाहिए। इससे आप आसानी से किसी भी धोखाधड़ी की पहचान के साथ कैसे अपना क्रेडिट स्कोर अच्छा रख सकते हैं। इसके बारे में पता कर सकते हैं।
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Fri, 14 Jul 2023 07:00 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रेडिट रिपोर्ट आज के समय एक बेहद महत्वपूर्ण फाइनेंसियल टूल है। यह आपकी पूरी क्रेडिट हिस्ट्री को दिखाता है और किसी भी प्रकार के कार लोन, होम लोन एवं पर्सनल लोन के साथ क्रेडिट कार्ड और अन्य कोई फाइनेंसियल प्रोडक्ट के लिए आवेदन करते में समय महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। ऐसे में हमें समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करते रहना चाहिए।
इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि क्यों आपको कुछ अंतराल के बाद अपनी क्रेडिट स्कोर को चेक करना जरूरी है।
त्रुटियों की पहचान
क्रेडिट रिपोर्ट में कई बाद बैंक और वित्तीय संस्थानों की ओर से आपकी वित्तीय स्थिती के बारे में गलत जानकारी प्रेषित कर दी जाती है। इसका सीधा असर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर पड़ता है। कुछ अंतराल के बाद नियमित चेक करने पर आपको इन गलतियों के बारे में पता लग जाता है और आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को ठीक करा सकते हैं।
धोखाधड़ी का पता
क्रेडिट रिपोर्ट को लगातार चेक करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको किसी भी धोखाधड़ी का तुरंत पता लग जाता है। क्योंकि आज के समय में कई ऑनलाइन धोखाधड़ी के ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें किसी व्यक्ति के पैन और आधार जैसे दस्तावेज का उपयोग करके ऑनलाइन लोन ले लिया जाता है। इस कारण उसका क्रेडिट स्कोर गिर जाता है।क्रेडिट स्कोर को बढ़ाना
क्रेडिट रिपोर्ट को जांच कर आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपका क्रेडिट स्कोर इन कारणों के चलते कम हो रहा है और आप इन्हें दूर कर आसानी से अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ा सकते हैं।आमतौर पर क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जितना अधिक से स्कोर होता है। उतना ही अच्छा माना जाता है। 800 और उससे अधिक के स्कोर को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, जबकि 750 से 799 के क्रेडिट स्कोर को काफी अच्छा माना जाता है। 700 से 749 के बीच के स्कोर को अच्छा, 650 से 699 के बीच के स्कोर को ठीक और 649 से नीचे के स्कोर को खराब माना जाता है।