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वित्तीय समावेशन के लिए साइबर सिक्योरिटी, डेटा प्रोटेक्शन को बढ़ावा देना जरूरीः आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) और डेटा प्रोटेक्शन से जुड़े मुद्दों को सुलझाना आवश्यक है। उन्होंने वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) के लिए इसे जरूरी करार दिया है।

By Ankit KumarEdited By: Updated: Thu, 17 Dec 2020 07:49 AM (IST)
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दास ने वित्तीय समावेशन के लिए विभिन्न तरह के उपाय सुझाए।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि साइबर सिक्योरिटी और डेटा प्रोटेक्शन से जुड़े मुद्दों को सुलझाना आवश्यक है। उन्होंने वित्तीय समावेशन के लिए इसे जरूरी करार दिया है। उन्होंने कहा कि साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने से ऐसे लोगों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर विश्वास पैदा होगा जो अब तक इससे अछूते हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'टेक्नोलॉजी बहुत सहायक सिद्ध हो सकता है। साथ ही सोसायटी के कुछ हिस्से इस वजह से बाहर रह सकते हैं।' 

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दास ने जोर देकर कहा कि साइबर सिक्योरिटी, डेटा की गोपनीयता को बनाए रखने और ग्राहकों के प्रोटेक्शन के लिए उचित कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उचित वित्तीय शिक्षा और जागरूकता के जरिए उचित वित्तीय शिक्षा दिए जाने की जरूरत है। 

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि डिजिटल माध्यमों पर एक्टिव नई पीढ़ी के लोगों के वर्कफोर्स ज्वाइन करने और सोशल मीडिया की वजह से शहरों एवं गांवों के विभाजन के खत्म होने से आने वाले समय में वित्तीय समावेशन में काफी उल्लेखीय वृद्धि देखने को मिल सकती है।

आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि वित्तीय शिक्षा को स्थानीय भाषा में कस्टमाइज किए जाने की जरूरत है। 

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