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Debt Mutual Fund में अगस्त में 25,872 करोड़ का हुआ आउटफ्लो, 16 में से 9 फंड से हुई निकासी

पिछले महीने अगस्त में निवेशकों ने डेट म्यूचुअल फंड से भारी मात्रा में पैसा निकाला है। अगस्त में निवेशकों ने फंड से 25872 करोड़ रुपये निकाले। हालांकि जुलाई में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड में जमकर निवेश किया था। सेबी द्वारा निर्धारित कुल 16 डेट म्यूचुअल फंड कैटेगरी में से 9 में आउटफ्लो देखा गया। जानिए किस कैटेगरी में कितना हुआ आउटफ्लो।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 20 Sep 2023 03:22 PM (IST)
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बैंकिंग और पीएसयू श्रेणी में भी नेट आउटफ्लो देखा गया।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: पिछले महीने अगस्त में निवेशकों ने डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) से जमकर निकासी की है। पिछले महीने इस फंड से निवेशकों ने 25,872 करोड़ रुपये की निकासी की है। वहीं जुलाई में डेट म्यूचुअल फंड में निवेशकों ने जोरदार निवेश किया था।

16 में से 9 डेट कैटेगरी में दिखा आउटफ्लो

एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक सेबी द्वारा निर्धारित कुल 16 डेट म्यूचुअल फंड कैटेगरी में से 9 में आउटफ्लो देखा गया।

नेट आउटफ्लो की बड़ी मात्रा एक वर्ष से कम अवधि की प्रोफाइल वाली श्रेणियों जैसे कि लिक्विड, ड्यूरेशन फंड और कम अवधि वाले फंड में देखी गई। इसके अतिरिक्त, बैंकिंग और पीएसयू श्रेणी में भी नेट आउटफ्लो देखा गया।

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आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में डेट म्यूचुअल फंड से 25,872 करोड़ रुपये की निकासी हुई, जबकि इससे एक महीने पहले यानी जुलाई में 61,440 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो हुआ था।

समाचार एजेंसी पीटीआई को मॉर्निंगस्टार इंडिया में विश्लेषक, मेल्विन सैंटारिटा ने कहा कि

मौजूदा ब्याज दर परिदृश्य और देश में ब्याज दरों की दिशा पर अनिश्चितता को देखते हुए, ऐसा प्रतीत होता है कि कई निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं और निवेश निर्णय लेने के लिए ब्याज दरों पर आगे के संकेत की प्रतीक्षा करते हैं। इसके अलावा, इक्विटी बाजारों में तेजी भी निवेशकों को अपना ध्यान ऋण से इक्विटी की ओर स्थानांतरित करने के लिए प्रेरित कर सकती है

किस कैटेगरी में कितना हुआ आउटफ्लो?

आंकड़ो के मुताबिक लिक्विड फंड में 26,824 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखा गया, इसके बाद अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में 4,123 करोड़ रुपये और बैंकिंग और पीएसयू फंड में 985 करोड़ रुपये का स्थान रहा।

मेल्विन सैंटारिटा ने कहा कि

ब्याज दर चक्र में बदलाव की उम्मीद करते हुए, निवेशकों के एक वर्ग ने गिल्ट फंड, डायनेमिक बॉन्ड फंड और लॉन्ग ड्यूरेशन फंड जैसी श्रेणियों में निवेश किया, जिससे ब्याज दर चक्र पलटने पर फायदा होगा।

ओवरनाइट फंड ने 3,158 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, फ्लोटर फंड में 2,325 करोड़ रुपये, कॉरपोरेट बॉन्ड फंड में 1,755 करोड़ रुपये और गिल्ट फंड में 255 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

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