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BPCL के निजीकरण के बाद भी एलपीजी सिलेंडर पर ग्राहकों को मिलती रहेगी सब्सिडी

भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के निजीकरण के बाद भी कंपनी के घरेलू रसोई गैस ग्राहकों को सब्सिडी का फायदा मिलना जारी रहेगा। बीपीसीएल के नये मालिक को अधिग्रहण के तीन साल बाद कंपनी के एलपीजी (LPG) कारोबार को अपने पास बनाये रखने अथवा बेचने का अधिकार प्राप्त होगा।

By Pawan JayaswalEdited By: Updated: Wed, 09 Dec 2020 12:08 PM (IST)
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भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ( BPCL )
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के निजीकरण के बाद भी कंपनी के घरेलू रसोई गैस ग्राहकों को सब्सिडी का फायदा मिलना जारी रहेगा। बीपीसीएल के नये मालिक को अधिग्रहण के तीन साल बाद कंपनी के एलपीजी (LPG) कारोबार को अपने पास बनाये रखने अथवा बेचने का अधिकार प्राप्त होगा। बीपीसीएल के एलपीजी कारोबार के लिये एक अलग रणनीतिक कारोबारी इकाई (SBU) बनाने की योजना है। एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।

यदि बीपीसीएल के अधिग्रहण के तीन साल बाद भी नया मालिक एलपीजी कारोबार को कंपनी में ही बनाए रखना चाहेगा, तो उसके बाद भी ग्राहकों को सब्सिडाइज एलपीजी सिलेंडर मिलते रहेंगे। वहीं, अगर कपंनी का नया मालिक एलपीजी कारोबार को कंपनी से अलग करना चाहता है, तो तीन साल बाद उसके एलपीजी ग्राहकों को अन्य दो सरकारी कंपनियों इंडियन ऑयल कारपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि सरकार बीपीसीएल के 7.3 करोड़ ग्राहकों को निजीकरण के बाद भी सब्सिडी देना जारी रखेगी। 

अधिकारी ने बताया कि किसी निजी कंपनी को सरकारी सब्सिडी देने में हितों के टकराव के कारण एलपीजी कारोबार के लिए एक अलग रणनीतिक कारोबारी इकाई (SBU) बनाने की योजना है। अधिकारी ने बताया कि एसबीयू अलग से खातों का विवरण रखेगी और साथ ही उसे कितनी सब्सिडी मिली और डिजिटल तरीके से उसने कितने ग्राहकों को सब्सिडी भेजी, इसका भी ब्यौरा रखना होगा। इसके अलावा एसबीयू खातों का ऑडिट भी होगा।

अधिकारी ने कहा कि भारत पेट्रोलियम एक पुरानी कंपनी है और रातों-रात उसके ग्राहकों की सब्सिडी को खत्म नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत पेट्रोलियम से सरकार के बाहर होने के बाद भी नई कंपनी पर तीन साल तक पाबंदी रहेगी। तीन साल के बाद मालिक के पास एलपीजी कारोबार को अपने पास रखने या बेचने का अधिकार होगा।

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