Kingfisher Airlines : कभी देश की दूसरी सबसे सफल एयरलाइन थी किंगफिशर, क्या विजय माल्या की 'जल्दबाजी' से हुई बर्बाद?
किंगफिशर एयरलाइंस की शुरुआत और अंत के बीच तीन वर्ल्ड कप हैं। शुरुआत 2003 में हुई जब सौरव गांगुली की अगुआई में भारत फाइनल तक पहुंचा। 2007 में भारत पहले ही दौर में बाहर हो गया और उसी साल से किंगफिशर की मुश्किलें भी शुरू हुईं। 2011 में धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता और तब किंगफिशर देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन थी। फिर इसका दिवाला कैसे निकला?
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। किंगफिशर चिड़िया बाकी पक्षियों से काफी अलग दिखती है। खासकर अपने चमकीले रंग और खूबसूरत बनावट के चलते। इसकी एक और खासियत है, आसमानी ऊंचाई से सिर के बल पानी में गोता लगाना और वो भी घायल हुए बिना। लेकिन, इसी नाम की एयरलाइंस ने जब आसमान की ऊंचाइयों से एक बार गोता लगाया, तो ऐसी क्रैश हुई कि फिर कभी उठ नहीं पाई।
हम बात कर रहे हैं देश की सबसे चर्चित विमान कंपनियों में से एक किंगफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) की। इसकी शुरुआत 2003 में हुई। इसी साल देश के शायद सबसे चर्चित किंगफिशर कैलेंडर की शुरुआत भी हुई, जिसमें दुनियाभर की खूबसूरत मॉडल्स ने अपने जलवे बिखेरे।
यह वही साल था, जब सौरव गांगुली की अगुआई में भारतीय टीम वनडे क्रिकेट के फाइनल तक पहुंची। साल 2011 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप उठाया, तो उस वक्त देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन थी किंगफिशर।
लेकिन, एक ही साल में सबकुछ बदल गया। किंगफिशर का दिवाला निकाला गया। उसके फाउंडर विजय माल्या (Vijay Mallya) लेनदारों से बचने के लिए ब्रिटेन भाग गए। आइए जानते हैं किंगफिशर के अर्श से फर्श पर आने की पूरी कहानी।
किंगफिशर एयरलाइंस ने कैसे भरी उड़ान
किंगफिशर एयरलाइंस की नींव 2003 में पड़ी। फाउंडर थे तब के मशहूर कारोबारी विजय माल्या। माल्या उस वक्त Kingfisher beer बनाने वाली United Breweries Group के चेयरमैन थे, जिसकी एयरलाइंस में हिस्सेदारी 50 फीसदी थी। किंगफिशर ने पहली उड़ान 2005 में भरी। इसने देश के सबसे बिजी रूट मुंबई और दिल्ली पर फोकस किया।
अगले दो साल में किंगफिशर ने अपने बेड़े को चार से बढ़ाकर 20 एयरबस A320 तक कर लिया। उड़ानें भी 26 डेस्टिनेशन तक जाने लगीं। इसने लंदन और हांगकांग जैसे चर्चित अंतरराष्ट्रीय शहरों को भी कवर करने लगी थी। अपने गोल्डन पीरियड में 69 एयरक्राफ्ट थे किंगफिशर के फ्लीट में। इसने इंटरनेशनल सर्विसेज के लिए 10 और एयरक्राफ्ट के ऑर्डर भी दिए, लेकिन उनकी डिलीवरी से पहले ही खेल हो गया।