Digital Bharat Summit 2023: नई आर्थिक क्रांति लाने में टेक्नोलॉजी की होगी अहम भूमिका - जेएनएम सीईओ भरत गुप्ता
Digital Bharat Summit 2023 जागरण न्यू मीडिया की ओर से डिजिटल भारत सबमिट 2023 की ओर शुरुआत की गई। इसका उद्देश्य भारत में इंटरनेट इकोनॉमी की संभावना और चुतौनियों को समझना है। साथ ही इस सेक्टर के डेवपलमेंट के लिए क्या कदम उठाएं जाने हैं। इस कॉन्क्लेव में इंटरनेट इकोनॉमी से जुड़े कुछ अहम बिंदुओं पर विशेषज्ञों ने अपनी राय साझा की।
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Fri, 25 Aug 2023 04:27 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ सालों के दौरान विकास की अपार संभावनाएं दिखाई हैं। 72 करोड़ के साथ वैश्विक तौर पर भारत दु्निया की सबसे बड़ी इंटरनेट आबादी है और 50 प्रतिशत से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग करते हैं। गूगल, टेमासेक और बेन एंड कंपनी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट 'द ई-कॉनमी ऑफ ए बिलियन कनेक्टेड इंडियंस' में बताया गया कि भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था 2030 में एक ट्रिलियन डॉलर कर पहुंच जाएगी, जो कि 2022 में 175 अरब डॉलर की थी।
जागरण न्यू मीडिया की ओर से डिजिटल भारत सबमिट 2023 की ओर शुरुआत की गई। इस उद्देश्य भारत में इंटरनेट इकोनॉमी की संभावना और चुनौतियों को समझना है। साथ ही इस सेक्टर के डेवपलमेंट के लिए क्या कदम उठाएं जाने हैं। इस कॉन्क्लेव में इंटरनेट में इंटरनेट इकोनॉमी से जुड़े कुछ अहम बिंदुओं पर विशेषज्ञों ने अपनी राय साझा की।कार्यक्रम की शुरुआत जागरण न्यू मीडिया के सीईओ श्री भरत गुप्ता के मुख्य भाषण के साथ हुई। उन्होंने अपने संबोधन में भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था और समग्र अर्थव्यवस्था के विकास पर प्रकाश डाला।
इसके साथ ही सीईओ भरत गुप्ता ने कॉन्क्लेव के प्रतिभागियों और पैनलिस्टों को शुभकामनाएं दीं और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। भरत गुप्ता ने कहा कि यूपीआई का 10 अरब मासिक लेनदेन की ओर बढ़ना, डीपीडीपीबी 2023, डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर जैसे कुछ उत्कृष्ट कार्य हुए हैं। हालांकि, अभी भी गलत सूचना, नफरत फैलाना, वित्तीय और डेटा धोखाधड़ी कुछ चुनौतियां हैं।
आगे उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी को अपनाना और नई इकोनॉमिक क्रांति के लिए प्रासंगिक है और यह शासन के लोकतंत्रीकरण पर निर्भर करेगी कि कैसे गोपनीयता, सहमति और सुरक्षा पर आधारित इस नए भारत के लिए विकास के ढांचे का निर्माण किया जाता है।
साथ ही उन्होंने इसके प्रमुख स्तंभों के बारे में बताया
- पहुंच का लोकतंत्रीकरण
- ज्ञान, जानकारी और शिक्षा का लोकतंत्रीकरण
- हेल्थ केयर का लोकतंत्रीकरण
- व्यापार और वाणिज्य का लोकतंत्रीकरण
- वैल्थ क्रिएशन का लोकतंत्रीकरण