Digital India की राह पर देश, पिछले महीने रोज हुआ 1 मिलियन से ज्यादा का डिजिटल भुगतान
देश में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। ऐसे में अब डिजिटल करेंसी को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक ने ई-रुपया लॉन्च किया है। देश में डिजिटल करेंसी में तेजी देखने कओ मिली है। आरबीआई द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर में लगभग रोज 10 लाख से ज्यादा का लेनदेन होता था।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। देश नें ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023 के अंत में लगभग 1 मिलियन (करीब 10 लाख) से ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ है। आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल करेंसी को ई-रुपी (E-Rupee) कहा जाता है।
ई-रुपी के जरिये आप आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। आपको फिजिकल करेंसी या कैश लेकर ट्रैवल करने की जरूरत नहीं होगी।
2022 में शुरू हुआ था ई-रुपी पायलट
भारतीय रिजर्व बैंक ने दिसंबर 2022 में ई-रुपया पायलट शुरू किया था। इसे यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) सो जोड़कर व्यापक किया गया। देश में यूपीआई ट्रांजेक्शन में तेजी देखने को मिली है। यूपीआई के सहायक ऐप्स के जरिये भी आसानी से पेमेंट किया जा सकता है। आपको बता दें कि अक्टूबर 2023 के अंत में रोज 25,000 से ज्यादा का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होता था।
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई कंपनी अपने कर्मचारियों की सैलरी उनके सीबीडीसी वॉलेट में ट्रांसफर कर देते हैं। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही कई गैर-वित्तीय कंपनियां भी इसको लेकर कदम उठाएगी।
आरबीआई द्वारा शुरू की गई पायलट योजना अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है। चीन, फ्रांस और घाना सहित कई देश में सीबीडीसी प्रोजेक्ट शुरू हो गया है।