पासपोर्ट का नया वर्जन है Digital Passport, इन देशों में हो रहे हैं इस्तेमाल
Digital Passport आज के समय में विदेश जाने के लिए पासपोर्ट का होना बहुत जरूरी है। पासपोर्ट एक जरूरी दस्तावेज है। इसे कई जगह पर पहचान पत्र के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। लोगों को सुविधा देने के लिए पासपोर्ट में कई तरह के बदलाव किये जाते हैं। ऐसे ही अब डिजिटलीकरण के युग में डिजिटल पासपोर्ट की भी शुरुआत की जा चुकी है। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। हर किसी का सपना होता है कि वह एक बार विदेश घूमें। विदेश घूमने के लिए हमारे पास पासपोर्ट होना बहुत जरूरी है। आप पासपोर्ट का इस्तेमाल अपने आईडी-प्रूफ के तौर पर भी कर सकते हैं। आज के समय में दुनिया डिजिटलीकरण के ओर बढ़ रही है। ऐसे में कई देश अब अपने नागरिक को डिजिटल पासपोर्ट (Digital Passport) की भी सुविधा दे रहे हैं।
डिजिटल पासपोर्ट की सबसे पहले शुरुआत फिनलैंड (Finland) द्वारा किया गया है। फिनलैंड दुनिया का पहला देश है जहां डिजिटल पासपोर्ट को लॉन्च किया गया है। यह ट्रैवल को आसान और सुरक्षित करने के उद्देश्य बनाया गया है। फिनलैंड के साथ यूरोपीय संघ भी डिजिटल पासपोर्ट को बढ़ावा दे रहे हैं। यूरोपीय संघ चाहता है कि वर्ष 2030 तक 27 देशों में 80 फीसदी से ज्यादा ग्राहकों के पास डिजिटल पासपोर्ट का इस्तेमाल करें। आइ, पहले यह समझना जरूरी है कि डिजिटल पासपोर्ट क्या होता है?
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डिजिटल पासपोर्ट क्या है
डिजिटल ट्रैवल क्रेडेंशियल (DTC) भौतिक पासपोर्ट का एक डिजिटल वर्जन है। इसे आसानी से स्मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। यह पासपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization) के नियमों का पालन कर देती हूं। दुनिया में अभी केवल फिनलैंड के नागरिक ही डिजिटल पासपोर्ट के लिए आवेदन दे सकते हैं।
डिजिटल पासपोर्ट के फायदे
किसी भी चीज के डिजिटल होने का उद्देश्य होता है लोगों के काम को आसान करना। आज हर कोई डिजिटल पेमेंट करना पसंद करते हैं इसकी वजह यह है कि जब कैश में लेनदेन होता था तो छुट्टे पैसों की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं, डिजिटल पेमेंट में आप सेकेंड में कहीं भी कभी भी पेमेंट कर सकते हैं। इसी तरह डिजिटल पासपोर्ट भी लोगों को सुविधा देने के लिए काफी जरूरी है।
अक्सर एयरपोर्ट (Airport) पर बोर्डिंग पास के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ता है। ऐसे में डिजिटल पासपोर्ट समय बचाने में काफी मदद करेगा। इसके अलावा यह आपकी जानकारी को सुरक्षित भी रखेगा। ऐसे में हो आईडी-प्रूफ से हो रहे फ्रॉड भी कम हो जाएंगे। डिजिटल पासपोर्ट को लेकर विशेषज्ञों का भी मानना है कि यह समय की बचत करेगी।
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ई-पासपोर्ट से कितना अलग है डिजिटल पासपोर्ट
भारत के साथ 100 देशों में ई-पासपोर्ट (E-Passport) का इस्तेमाल किया जाता है। इस पासपोर्ट में एक चिप होता है। यह पासपोर्ट सुरक्षा बढ़ाने और पहचान यानी अपनी आईडी को वेरीफाई करने के लिए बायोमेट्रिक जानकारी होती है।
वहीं, अगर डिजिटल पासपोर्ट एक तरह के भौतिक पासपोर्ट को डिजिटल वर्जन होता है। इस पासपोर्ट को आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। अगर आपके पास डिजिटल पासपोर्ट होता है तो उन्हें फिजिकल पासपोर्ट साथ ले जाने की जरूरत नहीं है।