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Direct Tax Collection में करीब 20 फीसदी की वृद्धि, 17 मार्च तक 18.90 लाख करोड़ रुपये का हुआ टैक्स कलेक्शन

Direct Tax Collection आयकर विभाग ने 17 मार्च तक के नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आंकड़े जारी कर दिये हैं। इन आंकड़ो के अनुसार 17 मार्च 2024 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह लगभग 20 फीसदी बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया। सरकार ने टैक्स क्लेक्शन को लेकर अनुमान जताया था कि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 19.45 लाख करोड़ रुपये हो सकती है।

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Wed, 20 Mar 2024 09:17 AM (IST)
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Direct Tax Collection में करीब 20 फीसदी की वृद्धि
पीटीआई, नई दिल्ली। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आंकड़े जारी कर दिये हैं। इन आंकड़ो के अनुसार 17 मार्च तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 19.88 प्रतिशत बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने कहा कि 17 मार्च तक 18,90,259 करोड़ रुपये के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 9,14,469 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स (CIT) सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) 9,72,224 करोड़ रुपये शामिल है। इसके अलावा इसमें नेट रिफंड और पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) भी शमिल है।

एडवांस टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी

चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 (17 मार्च तक) के लिए एडवांस टैक्स कलेक्शन 9.11 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 22.31 फीसदी ज्यादा है। एडवांस टैक्स में 6.73 लाख करोड़ रुपये का सीआईटी और 2.39 लाख करोड़ रुपये का पीआईटी शामिल है।

इसके अलावा चालू वित्त वर्ष में 17 मार्च तक करीब 3.37 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया जा चुका है।

रिफंड चुकाने से पहले नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 22.27 लाख करोड़ रुपये था, जो कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में 18.74 प्रतिशत ज्यादा है।

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नेट डॉयरेक्ट टेक्स कलेक्शन को लेकर सीबीडीटी ने एक बयान दिया। बयान के अनुसार

वित्तीय वर्ष 2023-24 (17 मार्च, 2024 तक) के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़े बताते हैं कि नेट कलेक्शन 18,90,259 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में यह 15,76,776 करोड़ रुपये था।

सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रह को लेकर अनुमान जताया था कि पूरे वित्त वर्ष (अप्रैल-मार्च) में यह 19.45 लाख करोड़ रुपये हो सकती है।

डेलॉइट इंडिया के पार्टनर सुमित सिंघानिया ने कहा कि

टैक्स रेवेन्यू में साल-दर-साल लगभग 20 फीसदी की वृद्धि साल भर किए गए कर नीति सुधारों की निरंतर गति को रेखांकित करती है और जरूरी नहीं कि यह वार्षिक बजटीय अभ्यास का हिस्सा हो। एडवांस टैक्स कलेक्शन में महत्वपूर्ण वृद्धि भी सामने आई है, जो निश्चित रूप से करदाताओं की श्रेणियों में बढ़ते स्वैच्छिक अनुपालन के लिए जिम्मेदार है।

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