Dollar to Rupee Rate: डॉलर के मुकाबले रुपये में 17 पैसे की गिरावट, जानिए क्या है लेटेस्ट रेट
Dollar to Rupee Rate डॉलर के मुकाबले रुपया आज गिरावट के साथ खुला है। रुपये में गिरावट की वजह भारत शेयर बाजार में नकारात्मक रुझान विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर का लगातार मजबूत होना है। दुनिया की छह मजबूत करेंसी के खिलाफ डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर इंडेस्क 107.11 अंक पर बना हुआ है। ( फोटो - जागरण फाइल)
By AgencyEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 03 Oct 2023 11:13 AM (IST)
पीटीआई, बिजनेस डेस्क। डॉलर के मुकाबले रुपये में मंगलवार को 17 पैसे की गिरावट के साथ 83.23 पर शुरुआती कारोबार बना हुआ है। रुपये की कीमत में गिरावट आने का कारण विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली करना, भारतीय बाजार में गिरावट और अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना है।
रुपये और डॉलर में कारोबार
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज के मुताबिक, डॉलर के मुकाबले रुपया 83.21 के स्तर पर खुला और फिर 83.23 के स्तर को छू गया। इस तरह डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे फिसल गया। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की तेजी के साथ 83.06 के स्तर पर बंद हुआ। महात्मा गांधी की जंयती के अवसर पर भारतीय फॉरेक्स मार्केट कल बंद था।
डॉलर इंडेक्स में तेजी
दुनिया की छह मुद्राओं के खिलाफ डॉलर की मजबूती दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 107.11 अंक के स्तर पर है। ब्रेंट क्रूड का फ्यूचर 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.89 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है।
भारतीय बाजार में कारोबार
शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है। सेंसेक्स 407.84 अंक या 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65,420.57 अंक और निफ्टी 120.20 अंक या 0.61 प्रतिशत गिरकर 19,518.10 अंक पर कारोबार कर रहा है। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे। उनकी ओर से 1,685.70 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए थे।ये भी पढ़ें- New Listing: 20% के प्रीमियम के साथ लिस्ट JSW Infra का शेयर; निवेशकों को प्रति लॉट हुआ 3024 रुपये का मुनाफा
रिजर्व बैंक की ओर से शुक्रवार को बताया गया था कि 22 सितंबर को समाप्त होने वाले हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.335 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 590.702 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। इससे पहले के हफ्ते में भी देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 867 मिलियन डॉलर की कमी आई थी।