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Dollar Vs Rupee: उतार-चढ़ाव के बाद तेजी के साथ बंद हुआ भारतीय करेंसी, डॉलर के मुकाबले 7 पैसे की हुई बढ़त

Dollar Vs Rupee शुक्रवार को रुपया बढ़त के साथ बंद हुआ है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे बढ़कर बंद हुआ है। गुरुवार को आए जीडीपी आंकड़ों ने रुपया को सामित दायरे से बाहर करने में मदद की है। वहीं शेयर बाजार में तेजी और क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर भी भारतीय करेंसी पर देखने को मिला है।

By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Fri, 01 Dec 2023 04:34 PM (IST)
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उतार-चढ़ाव के बाद तेजी के साथ बंद हुआ भारतीय करेंसी

पीटीआई, नई दिल्ली। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की तेजी के साथ बंद हुआ है। इक्विटी बाजारों से सकारात्मक संकेत और मजबूत घरेलू व्यापक आर्थिक आंकड़ों ने भारतीय करेंसी पर असर डाला है।

विदेशी मुद्रा विश्लेषकों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से भी रुपया को मदद मिली। उनका कहना है कि वैश्विक कच्चे तेल की कीमत 84 अमेरिकी डॉलर के स्तर से घटकर 80 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गई है। इसकी वजह तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक+ ने 2024 में उत्पादन कम नहीं करने पर सहमति व्यक्त की है।

आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में, रुपया डॉलर के मुकाबले 83.29 पर मजबूत खुला और इंट्रा-डे में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.25 के उच्चतम स्तर और 83.36 के निम्नतम स्तर के बीच कारोबार किया। अंततः यह ग्रीनबैक के मुकाबले 83.30 (अनंतिम) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद के मुकाबले 7 पैसे की बढ़त दर्शाता है। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 83.37 पर बंद हुआ।

इस बीच, डॉलर सूचकांक में डॉलर 0.19 प्रतिशत कम होकर 103.30 पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.23 प्रतिशत गिरकर 80.67 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

शेयर बाजार में तेजी

आज सेंसेक्स 492.75 अंक या 0.74 प्रतिशत बढ़कर 67,481.19 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 134.75 अंक यानी 0.67 प्रतिशत बढ़कर 20,267.90 अंक पर पहुंच गया। शुक्रवार को एक मासिक सर्वेक्षण में कहा गया कि भारत के विनिर्माण क्षेत्र ने नवंबर में अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखा है। एसएंडपी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अक्टूबर में दर्ज आठ महीने के निचले स्तर 55.5 से बढ़कर पिछले महीने 56 पर पहुंच गया।

एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे, क्योंकि उन्होंने 8,147.85 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई-सितंबर के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रही।

इसके अलावा, साथ ही जारी एक अन्य डेटा से पता चला है कि आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों का उत्पादन अक्टूबर 2023 में 12.1 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में 0.7 प्रतिशत का विस्तार हुआ था। लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर के अंत में सरकार का राजकोषीय घाटा पूरे साल के बजट अनुमान का 45 प्रतिशत तक पहुंच गया।