पहली छमाही में घरेलू कारोबारी भरोसा सूचकांक बढ़ा, 30 प्रतिशत कंपनियां नई नियुक्ति करने की तैयारी में
50 प्रतिशत कंपनियां अगले छह महीनों में प्रबंधकीय और कुशल श्रमिकों के वेतन में भी बढ़ोतरी करने जा रही है। एनसीएईआर की रिपोर्ट के मुताबिक अगले छह महीनों में कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत होने की उम्मीद मौजूदा निवेश का माहौल और वर्तमान में उत्पादन के लिए स्थापित क्षमता के अधिकतम उपयोग से कारोबारी भरोसा सूचकांक में बढ़ोतरी हो रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले छह महीनों में कारोबारी माहौल के सूचकांक में मजबूती आई है और इसे देखते हुए अधिकतर कंपनियां अगले छह महीनों में कुशल व गैर कुशल सभी प्रकार के नए श्रमिकों की नियुक्ति करने की तैयारी करती दिख रही हैं। नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लायड इकोनामिक रिसर्च (एनसीएईआर) की तरफ से कारोबारी भरोसा सूचकांक पर जारी रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी-मार्च की तिमाही में कारोबारी भरोसा सूचकांक 138.2 था जो इस साल अप्रैल-जून में बढ़कर 149.8 हो गया। पिछले साल जनवरी-मार्च में यह सूचकांक 128 था। इस भरोसे को देखते हुए इस साल अप्रैल-जून तिमाही में 32.3 प्रतिशत कंपनियों ने बताया कि वे कुशल व अकुशल दोनों प्रकार के श्रमिकों की नई नियुक्ति करने जा रही है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में 30 प्रतिशत कंपनियां नई नियुक्ति करने की तैयारी कर रही थी।
अप्रैल-जून तिमाही में 37.4 प्रतिशत कंपनियों ने बताया कि वे अस्थायी श्रमिकों की नियक्ति अगले छह महीनों में बढ़ाने जा रही है। 50 प्रतिशत कंपनियां अगले छह महीनों में प्रबंधकीय और कुशल श्रमिकों के वेतन में भी बढ़ोतरी करने जा रही है। एनसीएईआर की रिपोर्ट के मुताबिक अगले छह महीनों में कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत होने की उम्मीद, मौजूदा निवेश का माहौल और वर्तमान में उत्पादन के लिए स्थापित क्षमता के अधिकतम उपयोग से कारोबारी भरोसा सूचकांक में बढ़ोतरी हो रही है।
इस साल अप्रैल-जून तिमाही में 71.2 प्रतिशत कंपनियों ने माना कि देश की कुल आर्थिक स्थिति अगले छह महीनों में और बेहतर होगी जबकि इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में 65.8 प्रतिशत कंपनियों ने इस प्रकार का विश्वास जाहिर किया था। वहीं, अप्रैल-जून तिमाही में 67.4 प्रतिशत कंपनियों ने अपनी आर्थिक स्थिति अगले छह महीनों में और मजबूत होने का भरोसा जाहिर किया जबकि जनवरी-मार्च तिमाही में 60.7 प्रतिशत कंपनियों ने इस प्रकार का भरोसा जाहिर किया था। अप्रैल-जून तिमाही में 97.8 प्रतिशत कंपनियां अपनी उत्पादन क्षमता का अधिकतम इस्तेमाल कर रही थी।
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