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घरेलू कार बाजार में दिखने लगी त्योहारी रौनक

त्योहारी सीजन का पहला महीना सितंबर देश की बड़ी कार कंपनियों के लिए शुभ रहा है। इस महीने के 15 दिनों तक श्राद्ध का समय होने के बावजूद मारुति, हुंडई, होंडा जैसी कार कंपनियों की बिक्री में औसतन 10 फीसद से ज्यादा की वृद्धि हुई है। हालांकि टाटा मोटर्स, जनरल मोटर्स और फोर्ड इंडिया जैसी कंपनियों पर मंदी की गिरफ्त खास ढीली नहीं हुई है। नए उत्पाद लांच कर बाजार संभालने की इन कंपनियों की कोशिश भी रंग लाती नहीं दिख रही। दोपहिया वाहन बाजार में कहीं ज्यादा रौनक है। इस महीने दशहर

By Prajesh ShankarEdited By: Updated: Thu, 02 Oct 2014 09:28 AM (IST)
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नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। त्योहारी सीजन का पहला महीना सितंबर देश की बड़ी कार कंपनियों के लिए शुभ रहा है। इस महीने के 15 दिनों तक श्राद्ध का समय होने के बावजूद मारुति, हुंडई, होंडा जैसी कार कंपनियों की बिक्री में औसतन 10 फीसद से ज्यादा की वृद्धि हुई है। हालांकि टाटा मोटर्स, जनरल मोटर्स और फोर्ड इंडिया जैसी कंपनियों पर मंदी की गिरफ्त खास ढीली नहीं हुई है। नए उत्पाद लांच कर बाजार संभालने की इन कंपनियों की कोशिश भी रंग लाती नहीं दिख रही। दोपहिया वाहन बाजार में कहीं ज्यादा रौनक है। इस महीने दशहरा, धनतेरस, दीवाली के अवसर पर वाहनों की बिक्री में ज्यादा तेजी आने के आसार हैं।

भारतीय कार बाजार में लगभग 45 फीसद हिस्सेदारी रखने वाली मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री इस महीने 9.8 फीसद की रफ्तार से बढ़ी है। स्िवफ्ट, सिलेरियो की श्रेणी मे 18 फीसद की तेज वृद्धि कंपनी के लिए सुखद है, क्योंकि इस वर्ग पर कंपनी का खास ध्यान है। इस महीने कंपनी बहुप्रतीक्षित सियाज मॉडल भी बाजार में लाएगी। इसी तरह से देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर्स ने घरेलू बाजार में कुल 35,041 कारों की बिक्री की है। यह सितंबर, 2013 के मुकाबले 14.5 फीसद ज्यादा है। हुंडई ने आइ20 का नया मॉडल [एलीट] लांच किया है जिसे ग्राहक खास तौर पर पसंद कर रहे हैं। कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट [बिक्री व विपणन] राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि अक्टूबर में हुंडई कारों की बिक्री और तेज होगी। वैसे मारुति व हुंडई दोनों का निर्यात इस महीने कम हुआ है। इनके अलावा होंडा मोटर्स की बिक्री इस महीने 45 फीसद बढ़ी है। टोयोटा किर्लोस्कर की बिक्री में 4.46 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।

इन कंपनियों की बिक्री सुधरने के बावजूद कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो मंदी से नहीं निकल पा रही हैं। इसमें सबसे ऊपर है टाटा मोटर्स। इसकी बिक्री सितंबर महीने में आठ फीसद घटी है। दो दिन पहले ही कंपनी ने अपनी पैसेंजर कारों के कारोबार की जिम्मेदारी मारुति सुजुकी के मयंक पारीख को सौंपी है। अब टाटा मोटर्स को मंदी से बाहर निकालने की जिम्मेदारी पारीख की होगी। जनरल मोटर्स की बिक्री इस महीने 37 फीसद घट गई है। फोर्ड मोटर्स की बिक्री 3.34 फीसद घटी है।

कार कंपनियों के मुकाबले देश में दोपहिया वाहनों की बिक्री ज्यादा बेहतर रही है। होंडा मोटर व स्कूटर्स की बिक्री में 33.32 फीसद की वृद्धि हुई है। यामाहा के दोपहिया वाहनों की बिक्री में 27, रॉयल एनफील्ड में 65 और बजाज की बिक्री में 7.14 फीसद की बढ़ोतरी से साफ है कि दोपहिया बाजार में मंदी हद तक दूर हो गई है।

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