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विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर रहा भारतीय बाजार, घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने से हुआ रिकार्ड निवेश

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का भारतीय शेयर बाजारों में खरीदारी का सिलसिला जारी है। नवंबर में अब तक उन्होंने शेयरों में 30385 करोड़ रुपये का निवेश किया है। घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने से विदेशी निवेशक एक बार फिर भारत में निवेश कर रहे हैं।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 20 Nov 2022 08:54 PM (IST)
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घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने से विदेशी निवेशक भारत में कर रहे निवेश। फाइल फोटो।

नई दिल्ली, पीटीआइ। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का भारतीय शेयर बाजारों में खरीदारी का सिलसिला जारी है। नवंबर में अब तक उन्होंने शेयरों में 30,385 करोड़ रुपये का निवेश किया है। भारतीय रुपये के स्थिर होने और दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने से विदेशी निवेशक एक बार फिर भारत में निवेश कर रहे हैं। अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से शुद्ध रूप से आठ करोड़ रुपये निकाले थे। सितंबर में उन्होंने 7,624 करोड़ रुपये की निकासी की थी।

एफपीआइ का रुख नहीं रहेगा बहुत आक्रामक

सितंबर से पहले अगस्त में एफपीआइ ने 51,200 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी। वहीं जुलाई में उन्होंने 5,000 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर से लगातार नौ महीने तक एफपीआइ बिकवाल बने रहे थे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि आगे चलकर एफपीआइ का रुख बहुत आक्रामक नहीं रहेगा, क्योंकि उच्च मूल्यांकन की वजह से वे अधिक खरीदारी से बचेंगे।

अर्थव्यवस्था में आई है स्थिरता

उन्होंने कहा कि इस समय चीन, दक्षिण कोरिया और ताइवान के बाजारों में मूल्यांकन काफी आकर्षक है और एफपीआइ का पैसा उन बाजारों की ओर जा सकता है। मार्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआइ के हालिया निवेश की वजह भारतीय शेयर बाजारों में तेजी, अर्थव्यवस्था में स्थिरता और अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये की स्थिति बेहतर रहना है।

10 शीर्ष कंपनियों में से आठ का मार्केट कैप 42,173.42 करोड़ रुपये बढ़ा

बाजार हैसियत के हिसाब से शेयर बाजार की 10 शीर्ष कंपनियों में से आठ का मार्केट कैप बीते सप्ताह 42,173.42 करोड़ रुपये बढ़ा। सबसे ज्यादा फायदा आइसीआइसीआइ बैंक, इन्फोसिस और टीसीएस को हुआ। सिर्फ हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में गिरावट दर्ज की गई है। आइसीआइसीआइ बैंक का मार्केट कैप 9,706.86 करोड़ रुपये बढ़कर 6,41,898.81 करोड़ रुपये हो गया। इन्फोसिस का मार्केट कैप 9,641.89 करोड़ रुपये बढ़कर 6,70,264.99 करोड़ हो गया है।

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