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Covid Crisis से बढ़ सकता है Fiscal deficit, लेकिन यहां मिलेगी राहत : SBI

Covid महामारी से प्रभावित क्षेत्रों को कर्ज प्रदान करने की ताजा पहल और अन्य राहत उपायों से राजकोषीय घाटे (Fiscal Deficity) पर 0.60 प्रतिशत का अतिरिक्त प्रभाव पड़ेगा। इससे बैंकों के लिए 70000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता सुविधा उपलब्ध होगी।

By Ashish DeepEdited By: Updated: Tue, 29 Jun 2021 02:48 PM (IST)
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बैंकों के लिए 70,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता सुविधा उपलब्ध होगी। (Pti)

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। Covid महामारी से प्रभावित क्षेत्रों को कर्ज प्रदान करने की ताजा पहल और अन्य राहत उपायों से राजकोषीय घाटे (Fiscal Deficity) पर 0.60 प्रतिशत का अतिरिक्त प्रभाव पड़ेगा। इससे बैंकों के लिए 70,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता सुविधा उपलब्ध होगी। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को छोटे कारोबार क्षेत्रों को 1.5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज उपलब्ध कराने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र को अतिरिक्त कोष, पर्यटन एजेंसियों और गाइड को Loan और वीजा शुल्क माफी (Visa fee waiver) जैसी घोषणाएं कीं।

ये पैकेज मुख्य रूप से बैंकों और सूक्ष्म वित्त संस्थानों को सरकारी गारंटी के रूप में दिया गया है। पूर्व के इस तरह के पैकेजों को जोड़कर यह रकम 6.29 लाख करोड़ रुपये बनती है।

SBI रिसर्च के विश्लेषण के अनुसार, 1.10 लाख करोड़ रुपये की नई घोषणाओं के समान वितरण के अनुमान, साथ में 50 प्रतिशत और 75 प्रतिशत गारंटी कवर और 100 प्रतिशत के जोखिम भारांश के साथ बैंकों के पास करीब 7,500 करोड़ रुपये की पूंजी राहत होगी। इससे 70,000 करोड़ रुपये के कर्ज का सृजन हो सकेगा।

एसबीआई के मुख्य अर्थशास्त्री सौम्य कांति घोष ने रिपोर्ट में कहा कि सोमवार की घोषणाओं में व्यापक रूप से चार क्षेत्रों....स्वास्थ्य, पर्यटन, एमएफआई और कृषि पर जोर दिया गया है। जिन अन्य उपायों की घोषणा की गई है उनसे पहले से मौजूद व्यवस्था को बेहतर किया जा सकेगा।

चीन की विकास दर

इस बीच, विश्व बैंक ने इस साल चीन की आर्थिक वृद्धि का अनुमान 8.1 फीसदी से बढ़ाकर 8.5 फीसदी कर दिया है और मंगलवार को कहा कि हालात पूरी तरह ठीक होने के लिए कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण में प्रगति की जरूरत है। रिपोर्ट में चीन को लेकर सकारात्मक संकेतों की बात कही गई है, जो महामारी से उबरने वाली पहली प्रमुख अर्थव्यवस्था है।

पड़ोसी का हाल

पड़ोसी देश में फैक्टरी और उपभोक्ता गतिविधियां कोविड से पहले के स्तर से ऊपर आ गई हैं, हालांकि वायरस के नए रूपों का मुकाबला करने के लिए कुछ क्षेत्रों में यात्रा प्रतिबंध फिर से लागू किए गए हैं। विश्व बैंक ने कहा कि चीन की आर्थिक वृद्धि दर अगले साल घटकर 5.4 प्रतिशत रह सकती है।