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क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम से महिलाओं से लेकर गरीब तक को साधने की कोशिश

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन दिनों खुद ही क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं ताकि इस कार्यक्रम का राजनीतिक प्रभाव भी पड़ सके। गत पांच मार्च को बिहार के सारण में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में शामिल होने से पहले वित्त मंत्री इस साल 23 फरवरी को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज सिक्किम तिरुअनंतपुरम तो चेन्नई व कोयंबटूर में आयोजित क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में खुद भाग लेने गई।

By Jagran News Edited By: Ankita Pandey Updated: Wed, 06 Mar 2024 08:10 PM (IST)
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क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम से महिलाओं से लेकर गरीब तक को साधने की कोशिश
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम से गरीब, महिलाओं को ऑन स्पाट लोन की मदद तो मिल रही है, लेकिन इसका फायदा सरकार को भी मिल सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन दिनों खुद ही क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं ताकि इस कार्यक्रम का राजनीतिक प्रभाव भी पड़ सके।

गत पांच मार्च को बिहार के सारण में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में शामिल होने से पहले वित्त मंत्री इस साल 23 फरवरी को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज, छह जनवरी को सिक्किम, पिछले साल 25 नवंबर को तिरुअनंतपुरम तो गत वर्ष अक्टूबर में चेन्नई व कोयंबटूर में आयोजित क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में खुद भाग लेने गई।

ऑन द स्‍पॉट मिलता है लोन

वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवाएं विभाग के नेतृत्व में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया जाता है और जिन जिलों में लोन आवंटन की रफ्तार कम है, वहां सरकारी बैंकों की तरफ से क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और कार्यक्रम स्थल पर ही लोन के इच्छुक उम्मीदवारों को लोन आवंटित कर दिया जाता है। मुख्य रूप से महिलाओं व गरीबों को सरकार की विभिन्न स्कीम के तहत क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के तहत लोन का आवंटन किया जाता है। इनमें मुद्रा लोन भी शामिल है। इसके अलावा वित्तीय समावेश के लिए चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की विभिन्न स्कीम की पेशकश भी कार्यक्रम स्थल पर की जाती है।

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सारण में 61,730 लाभार्थी को मिला लोन

गत पांच मार्च को बिहार के सारण में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक छोटे से लोन को लेने के लिए महिलाओं को अपने घर के कागज, अपने जेवर इत्यादि बैंक में गारंटी के तौर पर जमा करने पड़ते थे। पर आज उनको ऐसा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। मोदी की गारंटी के द्वारा उनको पीएम मुद्रा, स्टैंड अप जैसे लोन मिल जाते हैं। सारण में 61,730 लाभार्थी को लोन आवंटित किया गया।

मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को दिया गया 30.64 करोड़ लोन

बुधवार को वित्त मंत्रालय की तरफ से एक्स पर यह भी जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को अब 30.64 करोड़ रुपए लोन दिए जा चुके हैं। आठ अप्रैल, 2015 को मुद्रा योजना की शुरुआत की गई थी। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 तक 41.16 करोड़ लोगों को मुद्रा योजना के तहत या तो लोन का आवंटन किया जा चुका है या फिर लोन का भुगतान हो चुका है। वित्त वर्ष 22-23 के आखिर तक 23.48 लाख करोड़ के लोन मुद्रा योजना के तहत आवंटित किए गए थे।

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