Elon Musk की संपत्ति घटकर हो गई आधी, दूसरे स्थान के लिए हो सकती है Gautam Adani से टक्कर
Bloomberg Billionaires Index के अनुसार 2022 में अब तक Elon Musk की संपत्ति घटकर करीब आधी रह गई है। Twitter Deal के बाद से मस्क की संपत्ति में लगातार गिरावट हो रही है। उनकी कंपनी टेस्ला के शेयर में इस साल 70 प्रतिशत की गिरावट हो चुकी है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। टेस्ला (Tesla) के सीईओ और ट्विटर (Twitter) के नए बॉस एलन मस्क (Elon Musk) की संपत्ति में तेज गिरावट के कारण दुनिया के अमीरों की सूची में उनकी स्थिति कमजोर होती जा रही है। इस कारण हाल ही में मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के स्थान से खिसक कर दूसरे स्थान पर आ गए हैं।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के मुताबिक, 2022 की शुरुआत से एलन मस्क की संपत्ति करीब आधी होकर 139 बिलियन डॉलर पर आ गई और इस साल उन्हें कुल 132 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। वहीं अब माना जा रहा है कि दूसरे स्थान के लिए एलन मस्क और भारत के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अदाणी के बीच मुकाबला शुरू हो सकता है।
मस्क और अदाणी के कम होता जा रहा है अंतर
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में लक्जरी गुड्स बनाने वाली कंपनी LMVH के मालिक बर्नार्ड अरनॉल्ट 159 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के स्थान पर बने हुए हैं। इसके बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का नाम आता है, उसके पास 139 अरब डॉलर के संपत्ति है। वहीं, गौतम अदाणी के पास 110 अरब डॉलर की संपत्ति है। कुछ समय पहले अदाणी और मस्क के बीच ये अंतर 60 अरब डॉलर से भी अधिक था। वहीं, अब ये अंतर घटकर 29 अरब डॉलर रह गया है।
एलन मस्क की संपत्ति में कमी आने की वजह
एलन मस्क की संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा उनकी कंपनी टेस्ला के शेयरों से आता है। इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक टेस्ला का शेयर लगभग 70 प्रतिशत लुढ़क चुका है। वहीं, कुछ महीने पहले मस्क ने 44 अरब डॉलर में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर का अधिग्रहण किया था, जिसके लिए मस्क ने बड़ी संख्या में टेस्ला के शेयर बेचे थे, जिसके बाद से टेस्ला का शेयर लगातार दबाव में बना हुआ है। बता दें, मस्क ने ट्विटर डील के लिए कई बैंकों से लोन भी लिया है।
मुकेश अंबानी 9वें स्थान पर
अमीरों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमेन मुकेश अंबानी 85.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 9वें स्थान पर बने हुए हैं। हालांकि उनकी संपत्ति में इस साल 4.55 अरब डॉलर की कमी आई है।
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