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Elon Musk ने एंडेवर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से दिया इस्तीफा, कारण का नहीं हुआ खुलासा

टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने हॉलीवुड समूह एंडेवर ग्रुप होल्डिंग्स के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में जानकारी दी कि उनका इस्तीफा 30 जून 2022 से प्रभावी होगा। कंपनी ने मस्क को उनके योगदान के लिए धन्यवाद भी दिया।

By Lakshya KumarEdited By: Updated: Thu, 17 Mar 2022 08:11 AM (IST)
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Elon Musk ने एंडेवर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से दिया इस्तीफा, कारण का नहीं हुआ खुलासा
वॉशिंगटन, एएनआइ/बिजनेस डेस्क। टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क (Elon Musk) ने हॉलीवुड समूह एंडेवर ग्रुप होल्डिंग्स के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है, जिनकी संपत्तियों में विलियम मॉरिस टैलेंट एजेंसी और अल्टीमेट फाइटिंग चैम्पियनशिप शामिल हैं। द हॉलीवुड रिपोर्टर के अनुसार, कंपनी ने एसईसी से साझा की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में एलन मस्क के जाने की घोषणा करते हुए कहा कि उनका इस्तीफा 30 जून, 2022 से प्रभावी होगा।

एंडेवर के प्रवक्ता ने कहा, "एक सार्वजनिक कंपनी के रूप में हमारे पहले वर्ष के दौरान एंडेवर के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए हम एलन मस्क को धन्यवाद देते हैं, जिसमें उन्होंने खेल और मनोरंजन के भविष्य के लिए हमारी दीर्घकालिक रणनीति और दृष्टि में सार्थक योगदान दिया।" प्रवक्ता ने कहा कि 'हम जानते हैं कि उनकी डिमांड ज्यादा है और समय कम है। हम उनके द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना करते हैं।"

हालांकि, एलन मस्क ने इस्तीफा क्यों दिया है, इस पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। कंपनी ने उल्लेख किया कि मस्क ने 12 मार्च को अपने इस्तीफे की सूचना दी, और यह किसी भी प्रकार के विवाद के कारण नहीं था। इस बीच, टेस्ला को चलाने के अलावा, मस्क स्पेसएक्स के संस्थापक, सीईओ और मुख्य अभियंता भी हैं।

भारत में एंट्री के लिए संघर्ष कर रही टेस्ला

एलन मस्क की टेस्ला भारत में व्यापार करने को लेकर संघर्ष कर रही है। कंपनी और भारत सरकार के बीच सही से तालमेल नहीं बैठ रहा है। एलन मस्क कई बार कह चुके हैं कि भारत में इंपोर्ट की जाने वाली लग्जरी कारों पर लगने वाला टैक्स बहुत ज्यादा है। दरअसल, टेस्ला अपनी कारों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम कराना चाहते हैं, जिसके लिए भारत सरकार तैयार नहीं है।

एलन मस्क ने कुछ समय पहले एक ट्विटर यूजर को रिप्लाई करते हुए कहा था कि टेस्ला के भारत में आने में समय इसीलिए लग रहा है क्योंकि उसे सरकार के साथ कुछ बातों को सुलझाने में समय लग रहा है।

बता दें कि भारत सरकार चाहती है कि टेस्ला भारत में ही कार निर्माण करके और यहां बेचे जबकि टेस्ला शुरुआती कारोबार के दौरान कारों को इंपोर्ट करके बेचना चाहती हैं।