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6 साल में पैदा हुई 16 करोड़ से ज्यादा नई नौकरियां, मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आए लाखों अवसर

देश में रोजगार के अवसरों में तेजी देखने को मिली है। रोजगार के अवसर को लेकर श्रम और रोज़गार राज्य मंत्री (MoS) शोभा करंदलाजे ने कहा कि पिछले 6 साल में 16 करोड़ से ज्यादा नई नौकरियां आई है। 2017-18 से 2022-23 तक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 85 लाख के रोजगार अवसर में वृद्धि हुई है। आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Fri, 26 Jul 2024 04:09 PM (IST)
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पिछले 6 साल में आई 16 करोड़ से ज्यादा नई नौकरी

आईएएनएस, नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में बेरोजगारी दर में गिरावट देखने को मिली है। इसको लेकर श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (MoS) शोभा करंदलाजे ने राज्यसभा में कहा कि पिछले छह वित्त वर्षों में 16.83 करोड़ नई नौकरियां निकली हैं। वह कहती हैं कि जहां साल 2017-18 में रोजगार की संख्या 47.5 करोड़ थी, वो मार्च 2024 तक 64.33 करोड़ हो गई।

शोभा करंदलाजे ने बताया कि यह लिखित जानकारी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में KLEMS का डेटाबेस जारी किया था। इस डेटा के अनुसार पिछले 6 कारोबारी सालों में नए रोजगार की संख्या 64.33 करोड़ हो गई।

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मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में पैदा हुई सबसे ज्यादा नौकरी

श्रम और रोज़गार राज्य मंत्री ने बताया कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर (औपचारिक और अनौपचारिक संस्थाएं) में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर देखने को मिले। साल 2017-18 से साल 2022-23 तक इस सेक्टर में रोजगार के अवसर में 85 लाख की तेजी देखने को मिला है।

बाल श्रम को लेकर शोभा करंदलाजे ने कहा कि बाल श्रम पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी, आर्थिक पिछड़ापन, बुनियादी सेवाओं की पहुंच में कमी आने की वजह से बाल श्रम पर रोक नहीं लग पा रही है। हालांकि, सरकार इस पर रोक लगाने के लिए विधायी कार्रवाई, पुनर्वास रणनीति, मुफ्त शिक्षा का अधिकार दे रही है। इसके अलावा सामान्य सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है।

बाल श्रम को रोकने के लिए श्रम और रोजगार मंत्रालय ने आदर्श राज्य कार्य योजना किया है। इसमें राज्य बाल श्रम के उन्मूलन के लिए संबंधित राज्य सरकारों द्वारा उठाए जाने वाले कार्य बिंदुओं को सूचीबद्ध किया है।

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