Move to Jagran APP

इंजिनियरिंग ने निर्यात में कृषि को पछाड़ा, अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुख में तेजी से हो रहा है बदलाव

पिछले वित्त वर्ष में दवा और कृषि पदार्थो की वैश्विक मांग से ही भारतीय निर्यात की साख बच पाई थी। इस वर्ष अक्टूबर में इंजीनिय¨रग गुड्स के निर्यात में पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले 50.70 प्रतिशत और और जेम्स व ज्वैलरी के निर्यात में 44.24 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।

By NiteshEdited By: Published: Sun, 07 Nov 2021 11:11 AM (IST)Updated: Sun, 07 Nov 2021 11:11 AM (IST)
इंजिनियरिंग ने निर्यात में कृषि को पछाड़ा, अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुख में तेजी से हो रहा है बदलाव

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना-पश्चात के वैश्विक निर्यात बाजार का रुख तेजी से बदलता दिख रहा है। पिछले वित्त वर्ष (2020-21) में जिन वस्तुओं की सबसे अधिक मांग दिख रही थी, उनमें सुस्ती आई है। वहीं, पिछले वर्ष जिन वस्तुओं की मांग नगण्य थी, उनकी सबसे अधिक मांग दिख रही है। यही वजह है कि इस वर्ष अक्टूबर में दवा के निर्यात में पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 0.91 प्रतिशत की गिरावट आई।

पिछले वित्त वर्ष में दवा और कृषि पदार्थो की वैश्विक मांग से ही भारतीय निर्यात की साख बच पाई थी। इस वर्ष अक्टूबर में इंजीनिय¨रग गुड्स के निर्यात में पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले 50.70 प्रतिशत और और जेम्स व ज्वैलरी के निर्यात में 44.24 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।

पिछले वित्त वर्ष में इन दोनों ही वस्तुओं की मांग काफी कम हो गई थी। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में दवा के निर्यात में 23.52 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही थी। लेकिन चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर, 2021) में दवा के निर्यात में मात्र 1.30 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही जबकि इस अवधि में वस्तुओं का कुल निर्यात 57 प्रतिशत तक बढ़ा। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में चावल के निर्यात में 12.27 प्रतिशत का इजाफा रहा, जो पिछले वित्त वर्ष में की समान अवधि में 37 प्रतिशत रहा था।

पिछले साल कोरोना काल में मसालों के निर्यात में 10 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी रही, लेकिन इस साल अप्रैल-सितंबर में मसालों का निर्यात सिर्फ 4.73 प्रतिशत की गति से बढ़ा। इसके विपरीत कोरोना काल में नकारात्मक बढ़ोतरी की श्रेणी में आने वाली वस्तुओं की वैश्विक बाजार में अब भारी मांग चल रही है। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के मुताबिक इस साल अप्रैल-सितंबर में जेम्स व ज्वैलरी के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 122.06 प्रतिशत का इजाफा रहा।

इस अवधि में इंजीनिय¨रग गुड्स के निर्यात में 61.48 प्रतिशत, इलेक्ट्रानिक्स गुड्स में 60.70 प्रतिशत तो रेडीमेड गारमेंट्स के निर्यात में 53.22 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। पिछले वित्त वर्ष में जेम्स व ज्वैलरी के निर्यात में 27.52 प्रतिशत, इंजीनिय¨रग गुड्स में 2.64 प्रतिशत और इलेक्ट्रानिक्स गुड्स में 5.02 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। निर्यातकों के अनुसार वस्तु निर्यात के बड़े लक्ष्य को मैन्यूफैक्च¨रग से जुड़े आइटम के निर्यात में बढ़ोतरी से ही हासिल किया जा सकता है।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.