Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

एस्सार समूह ने आर्सेलर मित्तल को बेचा बंदरगाह और बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर, दोनों कंपनियों के बीच 19 हजार करोड़ रुपये में हुआ सौदा

आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील ने 2018-19 में दिवालिया प्रक्रिया के जरिये एस्सार स्टील का लगभग 42000 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था। हालांकि बाद में यह मामला अदालत में चला गया। इस मामले को लेकर अब दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है।

By Amit SinghEdited By: Updated: Sat, 27 Aug 2022 05:51 AM (IST)
Hero Image
दोनों कंपनियों के बीच 19 हजार करोड़ रुपये में हुआ सौदा

नई दिल्ली, एजेंसियां: एस्सार समूह ने अपने बंदरगाह और बिजली कारोबार से जुड़े कुछ इन्फ्रास्ट्रक्चर को आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील को बेचने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि यह सौदा 2.4 अरब डालर करीब 19 हजार करोड़ रुपये में हुआ है। यह कोरोना महामारी के बाद देश में हुए बड़े विलय और अधिग्रहण सौदों में से एक है।

एस्सार समूह ने कहा कि इस इन्फ्रास्ट्रक्चर सौदे को लेकर आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील के साथ बाध्यकारी समझौता किया गया है। यह इन्फ्रास्ट्रक्चर मुख्य रूप से हजीरा इस्पात संयंत्र के परिचालन से संबंधित हैं। इस सौदे में गुजरात के हजीरा में 40 लाख टन सालाना क्षमता वाला एलएनजी टर्मिनल बनाने के लिए एस्सार और आर्सेलर मित्तल के बीच 50-50 प्रतिशत के संयुक्त उद्यम साझेदारी की भी व्यवस्था है।

हालांकि, इस सौदे को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील ने 2018-19 में दिवालिया प्रक्रिया के जरिये एस्सार स्टील का लगभग 42,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था। हालांकि, बाद में यह मामला अदालत में चला गया। इस मामले को लेकर अब दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है।

सौदे में शामिल संपत्ति

  • गुजरात के हजीरा में 2.5 करोड़ टन सालाना क्षमता वाली सभी सीजन में संचालित जेटी
  • आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 1.6 करोड़ टन सालाना क्षमता वाला सभी सीजन में संचालित होने वाला टर्मिनल
  • ओडिशा के पारादीप में 1.2 करोड़ टन सालाना क्षमता वाली गहरे पानी में स्थित जेटी।
  • हजीरा में स्थित 270 मेगावाट का कई प्रकार के ईंधन से चलने वाला बिजली संयंत्र
  • हजीरा स्थित 513 मेगावाट का गैस से संचालित होने वाला बिजली संयंत्र और इससे जुड़ी जमीन।
  • गंधार से हजीरा तक 100 किलोमीटर लंबी बिजली पारेषण लाइन। यह लाइन आर्सेलर मित्तल के हजीरा स्टील संयंत्र को केंद्रीय बिजली ग्रिड से जोड़ती है।