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क्या है डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, जनता के फायदे हैं अनेक; सरकार की पहल इन मायनों में है खास

सबसे पहले यही समझने की कोशिश करते हैं कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर होता क्या है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का मतबल एक जैसे डिजिटल नेटवर्क से है जहां देश की सरकार देश के नागरिकों को सभी आर्थिक और सोशल सर्विस सुरक्षित रूप से तेजी के साथ पहुंचा सके। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से ही देश की सरकार देश के नागरिकों को अपना सहयोग पहुंचा सकती है।

By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Wed, 06 Sep 2023 07:00 PM (IST)
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What is digital public infrastructure क्या है डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर

नई दिल्ली, टेक डेस्क।  सबसे पहले यही समझने की कोशिश करते हैं कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर होता क्या है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का मतबल एक जैसे डिजिटल नेटवर्क से है जहां देश की सरकार देश के नागरिकों को सभी आर्थिक और सोशल सर्विस सुरक्षित रूप से तेजी के साथ पहुंचा सके।

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से ही सरकार देश के नागरिकों को अपना सहयोग पहुंचा सकती है। खास कर महामारी जैसी भयावह स्थितियों में देश की सरकार द्वारा मदद पाने का रास्ता डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर है। ठीक इसी तरह डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से ही बिजनेस लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ग्राहक तक पहुंचा जाता है।

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के तीन पहलू

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के तीन पहलू हैं- पहला पहचान, दूसरा पेमेंट और तीसरा डेटा एक्सचेंज

पहचान

किसी देश में रहते हुए नागरिक के रूप में सभी सुविधाओं का फायदा लेने के लिए व्यक्ति की पहचान मायने रखती है। समाज और अर्थव्यवस्था में भागीदारी के लिए व्यक्ति के पास उसकी पहचान का प्रमाण मायने रखता है। सरकारी स्कीम का फायदा उठाने से लेकर बैंक अकाउंट खुलवाने तक व्यक्ति की डिजिटल पहचान काम आती है।

पेमेंट

सरकार, देश की जनता और बिजनेस पर्सन को आपस में जुड़ने के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का दूसरा पहलू पेमेंट है। डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ने के साथ ही कैशलैस ट्रांजेक्शन का ट्रेंड चल पड़ा है। हर दूसरे यूजर को पेमेंट का यह तरीका भाता है क्योंकि यह कम समय और मेहनत के साथ पेमेंट का एक सुरक्षित तरीका है।

डेटा एक्सचेंज

डेटा एक्सचेंज सिस्टम की मदद से ही एक व्यक्ति को अलग-अलग सुविधाओं का लाभ ले पाता है। एक व्यक्ति अपनी जानकारियों को किस व्यक्ति या संस्था को दे रहा है, यह उसके लिए मायने रखता है क्योंकि इसी के आधार पर उसे दूसरी सुविधाओं को लेना आसाना होता है।

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के फायदे

जब डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के तीन पहलुओं का इस्तेमाल कर देश की सरकार,जनता, बिजनेस पर्सन एक-दूसरे से जुड़ने का काम करते हैं तो डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के फायदे सभी को अलग-अलग तरह से मिलने लगते हैं।

सरकार

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ सरकार को सबसे बड़ी मदद टैक्स फाइलिंग को लेकर मिलती है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से ही किसी देश को सरकार को नागरिकों से कम से कम समय में तेजी से टैक्स मिल पाता है।

नागरिक

देश के नागिरक को डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से अलग-अलग सेवाओं का फायदा ले सकता है। किसी भी ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर एक सुरक्षित नेटवर्क है। बिजली का बिल भरने से लेकर घर का राशन मंगवाने और बैंक से जुड़े काम घर बैठे आसानी से किए जा सकते हैं।

बिजनेस

व्यवसायों को अपने व्यवसाय के लिए नए मार्केट और ग्राहकों के बडे़ वर्ग तक पहुंच के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर एक बड़ी मदद है।

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की चुनौतियां

डिजिटल डिवाइड- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर लोगों की कैटेगरी का विभाजित हो रही है। डिजिटल सेवाओं का लाभ एक स्मार्टफोन और इंटरनेट यूजर तो ले सकता है लेकिन ग्रामीण के लिए डिजिटल सेवाओं का लाभ ले पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

साइबर सुरक्षा- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से एक यूजर आसानी से कम समय में पेमेंट तो कर सकता है लेकिन यहां साइबर सुरक्षा का भी खतरा पैदा होता है। यूजर की जानकारियां हैकर्स के निशाने पर रहती हैं।

डेटा प्राइवेसी- अलग-अलग सुविधाओं का लाभ लेने के लिए जरूरी है कि यूजर अपना डेटा शेयर करे। वहीं डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर डेटा प्राइवेसी को लेकर एक बड़ा संकट पैदा कर सकता है। यूजर का सेंसिटिव डेटा एक बार शेयर होने पर अलग-अलग कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है।

डिजिटल लिटरेसी- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के जरूरी है कि देश के नागरिक डिजिटल रूप में जागरुक और शिक्षित हों।

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार की पहल

डिजिटल इंडिया (लॉन्च- 2015)

देश के नागरिकों को डिजिटल रूप में सक्षम बनाने के लिए सरकार ने डिजिटल इंडिया के तहत डिजिटल लॉकर, ई-साइन फ्रेमवर्क, नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल की सुविधा पेश की हैं।

भारत नेट (लॉन्च- 2011)

देश के नागरिकों को बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए सस्ती सेवा के रूप में भारतनेट को लॉन्च किया गया है। यह एक हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड नेटवर्क प्रोजेक्ट है। सरकार की यह सुविधा देश के दूर दराज के क्षेत्र में रह रहे लोगों तक यह इंटरनेट की पहुंच को आसान बनाती है।

उमंग (लॉन्च- 2017)

उमंग मोबाइल ऐप को डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार की पहल के रूप में देखा जा सकता है। देश के नागरिकों को मोबाइल की मदद से अलग-अलग सरकारी स्कीम की जानकारी और पहुंच के लिए यह ऐप लॉन्च किया गया है। इस प्लेटफॉर्म पर यूजर को अलग-्अलग भाषाओं में योजनाओं की जानकारी मिलती है।