रोजगारपरक सेक्टर के निर्यात में होने लगी बढ़ोतरी, मई में 9.10 प्रतिशत बढ़ा
इस प्रकार मई में व्यापार घाटा 23.8 अरब डॉलर से अधिक का रहा। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि आने वाले महीनों में भी निर्यात में सकारात्मक बढ़ोतरी का रुख जारी रहेगा क्योंकि अधिकतर विकसित देशों में महंगाई कम हुई है और उन देशों से मांग निकल रही है। विश्व व्यापार संगठन ने भी इस साल वैश्विक व्यापार में बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक बार फिर से रोजगारपरक सेक्टर के निर्यात में बढ़ोतरी शुरू हो गई है जो रोजगार सृजन के लिए अच्छी खबर है। रोजगारपरक सेक्टर की मदद से मई माह में वस्तुओं के कुल निर्यात में पिछले साल मई के मुकाबले 9.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं इस अवधि में वस्तुओं के आयात में 7.71 प्रतिशत का इजाफा रहा। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में लगातार दूसरे महीने वस्तु निर्यात में बढ़ोतरी हुई है।
निर्यात में सकारात्मक बढ़ोतरी का रुख जारी
वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मई में 38.1 अरब डॉलर का निर्यात किया गया जबकि आयात 61.9 अरब डॉलर का रहा। इस प्रकार मई में व्यापार घाटा 23.8 अरब डॉलर से अधिक का रहा। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि आने वाले महीनों में भी निर्यात में सकारात्मक बढ़ोतरी का रुख जारी रहेगा क्योंकि अधिकतर विकसित देशों में महंगाई कम हुई है और उन देशों से मांग निकल रही है। विश्व व्यापार संगठन ने भी इस साल वैश्विक व्यापार में बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है।
इस सेक्टर में निर्यात बढ़ोत्तरी
मई में मुख्य रूप से इंजीनियरिंग गुड्स, इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, रेडीमेड गारमेंट्स, हैंडीक्राफ्ट्स, फार्मा, केमिकल्स जैसे रोजगारपरक सेक्टर के निर्यात में बढ़ोतरी के साथ चाय, काफी, फल-सब्जी के निर्यात में भी इजाफा रहा। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशंस (फियो) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने बताया कि अमेरिका, यूरोप, यूके, पश्चिम एशिया जैसे देशों से निर्यात आर्डर की बुकिंग में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।मई माह में सेवा निर्यात में 15 प्रतिशत का इजाफा रहा। मई में सेवा निर्यात 30.16 अरब डॉलर तो सेवा आयात सिर्फ 17.28 अरब डॉलर का रहा। सेवा निर्यात में व्यापार घाटे की जगह व्यापार बढ़ोतरी से वस्तु निर्यात में होने वाले व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
बढ़ती कीमतों से दाल के आयात में मई में 181 प्रतिशत की बढ़ोतरी। दाल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इन दिनों दाल का जमकर आयात किया जा रहा है। इस वजह से मई में दाल के आयात में पिछले साल मई के मुकाबले 181.34 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। चालू वित्त वर्ष के पहले दो माह में दाल के आयात में 176.53 प्रतिशत का इजाफा देखा गया।दूसरी तरफ खाद्य तेल के आयात में भी मई माह में 27.46 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। मई में दाल का आयात 37 करोड़ डॉलर का रहा। दाल आयात में इतनी बढ़ोतरी के बावजूद दाल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है।
मई में प्रमुख वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी