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मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 69 फीसदी बढ़ा FDI; मोबाइल के आयात पर निर्भरता घटी, निर्यात में बड़ा उछाल

वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि पिछले पांच वित्त वर्षों (2019-20 से 2023-24) के दौरान देश में कुल 383.50 अरब डॉलर का एफडीआई प्रवाह दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा की गई पहल से मोबाइल सहित कई क्षेत्रों में आयात पर निर्भरता घटी है। मोबाइल फोन का आयात 2014-15 में 48609 करोड़ रुपये से घटकर 2023-24 में 7674 करोड़ रुपये हो गया है।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Fri, 09 Aug 2024 07:21 PM (IST)
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वैश्विक मांग में गिरावट के चलते भारत का खिलौना निर्यात घटा।
पीटीआई, नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने शुक्रवार को संसद में बताया कि 2014-24 के दौरान मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 69 प्रतिशत बढ़कर 165.1 अरब डॉलर हो गया। राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में जितिन प्रसाद ने कहा कि भारत विनिर्माण क्षेत्र में विदेशी निवेश के लिए तेजी से एक पसंदीदा देश के रूप में उभर रहा है। इसके पिछले दस वित्तीय वर्षों (2004-14) में यह 97.7 अरब डॉलर था।

उन्होंने यह भी बताया कि पिछले पांच वित्त वर्षों (2019-20 से 2023-24) के दौरान देश में कुल 383.50 अरब डॉलर का एफडीआई प्रवाह दर्ज किया गया है। एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा की गई पहल से मोबाइल सहित कई क्षेत्रों में आयात पर निर्भरता घटी है। मोबाइल फोन का आयात 2014-15 में 48,609 करोड़ रुपये से घटकर 2023-24 में 7,674 करोड़ रुपये हो गया है। दूसरी ओर, निर्यात 2014-15 में 1,566 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 1,28,982 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।

मांग में गिरावट के चलते खिलौना निर्यात गिरा

सरकार ने शुक्रवार को संसद में बताया कि वैश्विक मांग में गिरावट के चलते भारत का खिलौना निर्यात 2021-22 में 17.7 करोड़ डालर से घटकर 2023-24 में 15.2 करोड़ डालर रह गया। राज्यसभा में वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी सहित भारत के प्रमुख निर्यात बाजारों में भी खिलौनों के आयात में 16-20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

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