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Fed Rate Cut: US में कब होगा ब्याज दरों में कटौती का एलान, कैसे रिएक्ट करेगा स्टॉक मार्केट?

US Fed Rate Cut अमेरिका के फेडरल रिजर्व की बैठक आज होगी। बैठक में लिए जाने वाले फैसलों पर सभी का ध्यान बना हुआ है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि फेड रिजर्व द्वारा लिए गए फैसलों का असर दुनिया भर के स्टॉक मार्केट पर पड़ेगा। बता दें कि इस बार उम्मीद की जा रही है कि फेड ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Wed, 18 Sep 2024 11:20 AM (IST)
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US Fed के फैसलों का शेयर बाजार पर पड़ेगा असर

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। शेयर बाजार के निवेशकों का फोकस फेड रिजर्व के फैसलों (Fed Reserve Decision) पर बना हुआ है। आज राज फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दर को लेकर अपने फैसलों का एलान करेगी। फेड के फैसलों और टिप्पणियों का असर शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है।

बता दें कि उम्मीद की जा रही है कि इस बार फेड ब्याज दर में कटौती कर सकती है। अगर ऐसा होता है को अमेरिका में लगभग चार साल के बाद ब्याज दर में कटौती होगी। जी हां, पिछले चार साल से फेड ने ब्याज दर में कटौती नहीं की है।

वैसे तो निवेशकों और फाइनेंशियल एक्सपर्ट को पूरी उम्मीद है कि इस बार फेड ब्याज दर में कटौती हो सकती है। फेड रिजर्व की बैठक में यह फैसला लिया जाएगा कि ब्याज दर में 0.25 फीसदी या 0.50 फीसदी की कटौती होनी चाहिए।

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अगर फेड ब्याज दरों में कटौती करता है तो इसका असर दुनिया भर के स्टॉक मार्केट पर पड़ेगा।

क्या बाजार में आएगी तेजी

फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अगर फेड ब्याज दरों में कटौती करता है तो शेयर बाजार में तेजी आ सकती है। पिछले ब्याज दर की कटौती की बात करें तो 9 में से 7 बार बाजार में तेजी देखने को मिली है। ऐसे में इस बार भी बाजार में तेजी आने की संभावना है। पिछले ब्याज दर के कटौती के समय बाजार में आम तौर पर तेजी देखी गई।

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ऐसी अटकलें हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व अपनी आगामी बैठक में 25 आधार अंकों की दर कटौती की घोषणा कर सकता है। जबकि इस तरह के कदम पारंपरिक रूप से वैश्विक बाजारों पर प्रभाव डालते हैं। यह विशेष कटौती का असर भारतीय शेयर बाजार पर ज्यादा नहीं पड़ेगा। भारतीय बाजार संभवतः कॉर्पोरेट इनकम, मैक्रो-इकोनॉमिक डेटा डेटा और वैश्विक भू-राजनीतिक विकास जैसे डॉमेस्टिक फैक्टर्स पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगा। परिणामस्वरूप, फेड की मामूली दर कटौती का भारतीय इक्विटी पर न्यूनतम प्रभाव पड़ सकता है।

लक्ष्मीश्री में अनुसंधान प्रमुख के अंशुल जैन

आमतौर पर रेट कट इमरजिंग मार्केट के लिए बहुत अच्छा ही होता है, क्योंकि ये इमरजिंग मार्केट जैसे भारत में फॉरेन कैपिटल का फ्लो बढ़ाता है। फेट के रेट कट से स्टॉक मार्केट को बूस्ट मिलेगा और मार्केट में तेजी आ सकती है। फेट के रेट कट से सबसे ज्यादा फायदा आईटी और मेटल के शेयर को होगा। इसके अलावा ऑटो और रियल्टी शेयर में तेजी आएगी।

Turtle Trading Desk के फाउंडर विपिन डिक्सेना (Vipin Dixena)

ब्याज दर में क्यों होगी कटौती

ब्याज दर में कटौती करने के पीछे कई कारण है। इन कारणों में से एक अमेरिका में बढ़ रही महंगाई है। अमेरिका में इन्फलेशन रेट 2 फीसदी के आसपास पहुंच गया है। ऐसे में बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए ब्याज दर में कटौती करना जरूरी है। इसके अलावा लंबे समय से संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिका में आर्थिक मंदी आ सकती है। आर्थिक मंदी के संकेतों का कारण बेरोजगारी दर में लगातार गिरावट आना है। बोरोजगारी और महंगाई दर को कंट्रोल करने के लिए फेड ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है।

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