G20 देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक में भाग लेने अमेरिका पहुंचीं निर्मला सीतारमण, अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन से मुलाकात की उम्मीद
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ मुलाकात के बाद बेन कैपिटल के अधिकारियों ने देश में और निवेश को लेकर आशा जताई है। साथ ही अमेरिकी इंवेस्टमेंट कंपनी ने कहा है कि अगला दशक दोनों देशों के लिए वैश्विक आधार पर मिलकर काम करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा।
By Ankit KumarEdited By: Updated: Wed, 13 Oct 2021 08:26 AM (IST)
बोस्टन, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ मुलाकात के बाद बेन कैपिटल के अधिकारियों ने देश में और निवेश को लेकर आशा जताई है। साथ ही अमेरिकी इंवेस्टमेंट कंपनी ने कहा है कि अगला दशक दोनों देशों के लिए वैश्विक आधार पर मिलकर काम करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। बेन कैपिटल के को-चेयरमैन स्टीफन पैगल्यूका और को-मैनेजिंग पार्टनर जान कनाटन ने जी-20 की बैठक में भाग लेने आई भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की।
पैगल्यूका ने बैठक को शानदार बताया और कहा कि इस दौरान गुजरात के गिफ्ट सिटी पर भी चर्चा की गई। सीतारमण वाशिंगटन में विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) की वार्षिक बैठकों के अलावा जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर (एफएमसीबीजी) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए एक हफ्ते की अमेरिका यात्रा पर हैं। इस दौरान अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन से भी उनकी मुलाकात की उम्मीद है।
वित्त मंत्री न्यूयार्क से बोस्टन गई, जहां फिक्की और यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआइएसपीएफ) द्वारा आयोजित एक बैठक में निवेशकों तथा ग्लोबल कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगी। वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को भी संबोधित करेंगी। कनाटन ने कहा कि भारत में हो रहे सुधारों को देखकर हमें वहां अपना निवेश बढ़ाने का प्रोत्साहन मिलता है। खासकर बैंकिंग, आउटसोर्सिग और फार्मास्यूटिकल्स जैसे उन क्षेत्रों में, जहां हम पहले से मौजूद हैं।
भारत के आर्थिक सुधारों से निवेशक आशावानआर्थिक सुधारों को लेकर भारत सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उससे पश्चिमी देशों के निवेशकों में मजबूत संदेश गया है। यह बात अमेरिकन टावर कारपोरेशन (एटीसी) के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट एडमंड डिसेंटो ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात के बाद कही। उन्होंने कहा कि निवेश और कारोबारियों को अपने यहां बुलाने के लिहाज से भारत की स्थिति इस समय बेहद अनुकूल है। उन्होंने कहा कि इस समय सभी मोबाइल नेटवर्क को मिलाकर उसके 76,000 टावर हैं। जल्द ही 4,000 टावरों का नेटवर्क इसमें और जुड़ेगा।