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क्या आपकी भी हुई है अभी-अभी शादी? ऐसे करें खुद के लिए Financial Planning, भविष्य में नहीं होगी पैसों की दिक्कत

शादी के बाद जिंदगी बदल जाती है। हमारे ऊपर कई जिम्मेदारियां आ जाती है। ऐसे में हमें फाइनेंशियल प्लानिंग करना शुरू कर देना चाहिए। अगर हम फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर देते हैं तो हम भविष्य की चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं। आइए आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिये बताते हैं कि शादी के बाद फाइनेंशियल प्लानिंग कैसे करें।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 16 Aug 2023 08:30 AM (IST)
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क्या आपकी भी हुई है अभी-अभी शादी? ऐसे करें खुद के लिए Financial Planning

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: शादी के बाद लाइफ में बड़े बदलाव होते हैं। इसके साथ ही हमारे ऊपर अनेक जिम्मेदारी भी आ जाती है। कई लोग शादी के बाद फैमली प्लानिंग तो कर लेते हैं पर फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं करते हैं।

एक समय के बाद जब और जिम्मेदारी बढ़ जाती है तब फाइनेंशियल प्लानिंग की ओर ध्यान देते हैं। वैसे तो जॉब शुरू करने के साथ ही हमें फाइनेंशियल प्लानिंग भी शुरू कर देना चाहिए।

आप जितनी जल्दी फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर देते हैं उतनी जल्दी आप भविष्य की चिंता से आराम पा लेते हैं। आइए, हम आपते बताते हैं कि आप शादी के बाद फाइनेंशियल प्लानिंग किस तरीके से शुरू कर सकते हैं।

अपने खर्चों को मैनेज करें

जब भी हम कोई जॉब शुरू करते हैं तो हमें हमारे खर्चों को कंट्रोल करना आना चाहिए। हमें पता होना चाहिए कि हमारे पैसे कहां- कहां खर्च हो रहे हैं।

अगर आप कोई बेफिजूल का खर्चा करते हैं तो आपको उसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। आपको हमेशा सोच सझ कर ही पैसे खर्च करने चाहिए। आप चाहें तो हर महीने एक बजट बना लें और उसके हिसाब से ही खर्चा करें।

सेविंग की तरफ ध्यान दें

अगर हम पैसे सेव नहीं करते हैं तो हम अपने फ्यूचर को सिक्योर नहीं कर सकते हैं। शादी के बाद खर्चें भी बढ़ जाते हैं। ऐसे में हमें सेविंग की तरफ ज्यादा ध्यान देना चाहिए। हमें कोशिश करना चाहिए कि हम ज्यादा से ज्यादा पैसे सेव कर सकें। अगर आपने अभी तक सेविंग करना शुरू नहीं किया है तो आपको जल्द से जल्द सेविंग करना शुरू कर सकते हैं। आप चाहें तो किसी स्कीम में भी निवेश कर सकते हैं।

रिटायरमेंट की प्लानिंग करें

आपको अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग भी करनी चाहिए। शादी के बाद हमारी फैमली बढ़ती है। ऐसे में कई खर्चे भी बढ़ते हैं। उदाहरण के तौर पर बच्चे के पैदा होने के बाद उसकी पढ़ाई का खर्चा बढ़ जाता है। इन खर्चों को आप नकार नहीं सकते हैं पर आपको अपने रिटायरमेंट की भी प्लानिंग करनी चाहिए।

हर कोई चाहता है कि रिटायरमेंट के बाद भी उनके पास हर महीने इनकम आए। ऐसे में आप कुछ सरकारी स्कीम के साथ पीएफ फंड या फिर म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर सकते हैं।