UPI को लेकर बदल गए हैं ये नियम, ऑनलाइन पेमेंट करने से पहले चेक करें नया बदलाव
अगर आप भी डिजिटल पेमेंट करते हैं तो यूनिफ़ाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) से जुड़े नए बदलावों को चेक करना जरूरी हो जाता है। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए यूपीआई से जुड़े नए नियमों को पेश किया गया है। इसी के साथ कुछ नियम अभी पायलेट फेज में हैं इन नियमों के साथ पेमेंट करने का तरीका बहुत हद तक बदलने जा रहा है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप भी डिजिटल पेमेंट करते हैं तो यूनिफ़ाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) से जुड़े नए बदलावों को चेक करना जरूरी हो जाता है।
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए यूपीआई से जुड़े नए नियमों को पेश किया गया है। इसी के साथ कुछ नियम अभी पायलेट फेज में हैं, इन नियमों के साथ पेमेंट करने का तरीका बहुत हद तक बदलने जा रहा है।
UPI ट्रांजेक्शन की लिमिट
अस्पतालों और शिक्षा से जुड़ी पेमेंट के लिए लेनेदेन की लिमिट अब 5 लाख रुपये तक कर दी गई है। दरअसल, पहले यूपीआई के साथ पेमेंट की यह लिमिट 1 लाख रुपये थी।यूपीआई के बढ़ते इस्तेमाल के साथ अब कुछ खास सेक्टर से जुड़े लेनदेन पहले से ज्यादा आसान हो जाएगा।
सेकेंडरी मार्केट के लिए UPI
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने सेकेंडरी मार्केट के लिए यूपीआई पेश किया है। यह अभी बीटा फेज में है।यानी कि कुछ ही पायलेट कस्टमर को पोस्ट ट्रेड कन्फर्म होने पर फंड ब्लॉक करने जैसी सुविधा मिल रही हैं। इस नई सुविधा के साथ क्लियरिंग कॉरपोरेशन के जरिए टी1 बेस पर पेमेंट सेटल की जा सकती है।
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