इन पांच वजहों से रॉकेट बना शेयर बाजार, क्या आगे भी जारी रहेगा तेजी का दौर?
शेयर मार्केट में आज रिकॉर्ड तेजी दिखी। सेंसेक्स और निफ्टी के साथ बैंक निफ्टी बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों ने भी अपना नया ऑलटाइम हाई बनाया। शुरुआती 2 घंटे में ही निवेशकों की संपत्ति 12 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई थी। आइए जानते हैं कि आज शेयर मार्केट में तूफानी तेजी क्या वजह रही और क्या यह आगे भी जारी रहेगी।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर मार्केट में सोमवार (3 जून) को रिकॉर्ड तेजी दिखी। सेंसेक्स और निफ्टी ने पिछले सभी कीर्तिमानों को ध्वस्त कर दिया। बैंक निफ्टी, बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों ने भी अपना नया ऑलटाइम हाई बनाया। निवेशक भी मालामाल हो गए। शुरुआती 2 घंटे में ही निवेशकों की संपत्ति 12 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई थी।
आइए जानते हैं कि आज शेयर मार्केट में तूफानी तेजी क्या वजह रही और क्या यह आगे भी जारी रहेगी।
एग्जिट पोल का कमाल
लोकसभा चुनाव के सभी एग्जिट पोल का अनुमान है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए लगातार तीसरी बार भारी बहुमत से सत्ता में वापस आएगी और स्थिर सरकार बनेगी। इससे निवेशकों का हौसला बढ़ा और उन्होंने जमकर खरीदारी की। एक्सपर्ट का मानना है कि स्थिर सरकार रहने से सरकार को नीतिगत सुधार में करने आसानी होती है और यह चीज शेयर मार्केट को काफी पसंद आती है।
एग्जिट पोल ने मौजूदा सरकार के लिए एक यादगार जीत की आशा को सक्रिय कर दिया है, सुधारों के जारी रहने की उम्मीद में पीएसयू में भारी उछाल आया, जिससे आगे की दरों में फिर से वृद्धि हुई। एग्जिट पोल अगर नतीजों में बदलते हैं तो बाजार में शानदार रैली देखने को मिलेगी।
विनोद नायर, रिसर्च हेड, जियोजीत फाइनेंशियल
GDP की दमदार ग्रोथ
शुक्रवार 31 मई को शेयर मार्केट बंद होने के बाद GDP का डेटा आया। जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान देश की GDP 7.8 फीसदी रही। वहीं पूरे वित्त वर्ष में 2024 में इंडियन इकोनॉमी 8.2 फीसदी की दर से बढ़ी। यह आंकड़ा तमाम रेटिंग एजेंसियों और अर्थशास्त्रियों के अनुमान से भी बेहतर रहा। इस फैक्टर ने भी निवेशकों का हौसला बढ़ाया।
वोलैटिलिटी इंडेक्स में गिरावट
लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान शुरू होने के बाद से ही वोलैटिलिटी इंडेक्स, India VIX बढ़ रहा था। यह शेयर मार्केट में अस्थिरता का संकेत देता है। लेकिन, सोमवार को India VIX में 18.3 फीसदी की भारी गिरावट आई। इससे पता चलता है कि शेयर मार्केट में अस्थिरता कम हुई है। इससे देश और विदेश के निवेशकों ने खरीदारी बढ़ाई।
ग्लोबल मार्केट का पॉजिटव रुख
ग्लोबल मार्केट में तेजी का रुख दिखा। अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी है। कई एशियाई देशों से सकारात्मक इकोनॉमिक डेटा भी आए हैं। इससे एशियाई बाजारों में भी तेजी को देखने मिली है। इन सब पॉजिटिव ट्रेंड से भारत में भी निवेशकों का मनोबल बढ़ा और भारतीय शेयर बाजार नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया।
FII की वापसी की उम्मीद
पिछले कुछ हफ्तों से फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे थे। लेकिन, स्थिर सरकार बनने का संकेत मिलने के बाद उनकी वापसी की उम्मीद है। इससे भी शेयर मार्केट का सेंटिमेंट बेहतर हुआ कि यह आगे और भी ज्यादा बढ़ सकता है। अगर FII भारतीय शेयर बाजार में वापसी करते हैं, तो यह फिर से अपने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर सकता है।
शेयर बाजार में तेजी जारी रहेगी?
इस सवाल का जवाब काफी हद तक 4 जून (मंगलवार) को लोकसभा चुनाव के आने वाले नतीजों पर है। अगर असली नतीजे भी एग्जिट पोल की तरह आते हैं, तो एक्सपर्ट का मानना है कि तेजी का यह दौर तीन-चार दिनों तक जारी रहेगा। लेकिन, अगर नतीजे एग्जिट पोल के मुकाबले ज्यादा असामान्य आते हैं, तो गिरावट का रुख भी देखने को मिल सकता है।
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