भारत में बढ़ेगा Flipkart और PhonePe का बिजनेस, 100 बिलियन डॉलर के पार होगा कारोबार
Flipkart Phonepe Business ऑनलाइन पेमेंट और ऑनलाइन शॉपिंग में अधिकतर लोगों की पसंद फ्लिपकार्ट और फोनपे है। वॉलमार्ट रिटेल कॉरपोरेशन के वित्तीय अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि भविष्य में इन दोनों कंपनियों का बिजनेस भारत में बढ़ने वाला है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में फ्लिपकार्ट और फोन पे का कारोबार भारत में बढ़ने वाला है। वॉलमार्ट के वित्तीय अधिकारी ने एक निवेशक सम्मेलन में कहा कि भारत में फ्लिपकार्ट और फोन पे का कारोबार 100 बिलियन डॉलर (8,19,750 करोड़ रुपये) का हो सकता है। आपको बता दें कि वॉलमार्ट अमेरिका में स्थित एक मल्टीनेशनल रिटेल कॉरपोरेशन है। वॉलमार्ट के अधिकारी का कहना है कि फ्लिपकार्ट और फोनपे दोनों की बिक्री को अलग नहीं करता है। लेकिन पिछले कुछ महीने से दोनों व्यवसायों को सकल माल की मात्रा को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करने में प्रमुख चालकों के रूप में चुना है। दोनों कंपनियों से उम्मीद की जी रही है कि अगले 5 साल में विदेशी बाजार में इनके माल की मात्रा दो गुना होगी। कंपनी 200 बिलियन डॉलर (लगभग 16,20,800 करोड़ रुपये) तक का माल बेच सकती है।
भारत में फ्लिपकार्ट मूल्यवान स्टार्टअप है
वॉलमार्ट के अनुसार भारत की 1.4 बिलियन आबादी को रिटेलर के लिए महत्वपूर्ण अवसर हो सकती है। वॉलमार्ट ने 30 अप्रैल को समाप्त अपनी तिमाही में कहा कि फ्लिपकार्ट के बिजनेस में वृद्धि देखने को मिली है। कुछ शहरों में नए खरीदारों द्वारा बढ़ावा दिया गया। इसी के साथ विज्ञापन बिक्री में 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। 2022 में फ्लिपकार्ट का मूल्य 40 बिलियन डॉलर (लगभग 3,27,900 करोड़ रुपये) से अधिक आंका गया था। इस वजह से यह खुद को भारत के सबसे मूल्यवान स्टार्टअप में गिना जाता है।
फोनपे का प्रदर्शन काफी अच्छा है
वॉलमार्ट ने फोनपे के प्रदर्शन को काफी प्रभावशाली बताया है। उन्होंने कहा कि यह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के नेतृत्व में वार्षिक भुगतान मूल्य पर पहुंच गया है। अभी भारत में ये ऑनलाइन पेमेंट के लिए बेहद लोकप्रिय तरीका माना जाता है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम के आंकड़ों के अनुसार, फोनपे ने दिसंबर में पेमेंट मार्केट में 46 प्रतिशत हिस्सा नियंत्रित किया है। फोन पे के लगभग 400 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। मार्च महीने में वॉलमार्ट ने 12 बिलियन डॉलर (लगभग 98,360 करोड़ रुपये) के प्री-मनी वैल्यूएशन दिया था। इसमें अतिरिक्त 200 मिलियन डॉलर (लगभग 1,640 करोड़ रुपये) का निवेश किया है। भारत के सबसे मूल्यवान पेमेंट स्टार्टअप के रूप में फोन-पे ने स्थिति को मजबूत किया।