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Forex reserves: भारत का बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार, 1.85 बिलियन अमेरिकी डॉलर की हुई बढ़ोतरी

केंद्रीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है। आरबीआई के मुताबिक भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 1.853 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 595.051 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। इसके अलावा विदेशी मुद्रा संपत्ति में भी बढ़ोतरी हुई है। यहां जानिए क्या है पूरी खबर और क्या होता है विदेशी मुद्रा भंडार और देश इससे क्या फायदा उठाती हैं।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Fri, 07 Jul 2023 08:26 PM (IST)
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Forex reserves rise by USD 1.85 billion to USD 595.05 billion
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज कहा कि 30 जून को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.853 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 595.051 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।

पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में देश का कुल रिजर्व 2.901 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 593.198 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया था।

विदेशी मुद्रा संपत्ति में भी बढ़त

आरबीआई द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय अनुपूरक के अनुसार, 30 जून को समाप्त सप्ताह के लिए, विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख घटक जो विदेशी मुद्रा संपत्ति है, 2.539 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 527.979 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।

डॉलर के संदर्भ में व्यक्त, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की सराहना या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल होता है।

इस वक्त था देश में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार

आपको बता दें कि अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था और इस भंडार में इस वजह से गिरावट आई क्योंकि वैश्विक विकास के कारण बने दबावों से केंद्रीय बैंक ने रुपये की रक्षा के लिए धन जुटाने में लगी थी।

गोल्ड के रिजर्व में गिरावट

आरबीआई ने कहा कि सोने का भंडार 472 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 43.832 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 18.239 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए।

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के साथ देश की आरक्षित स्थिति 118 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 5.002 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई।

क्या होता है विदेशी मुद्रा भंडार?

विदेशी मुद्रा भंडार एक केंद्रीय बैंक द्वारा विदेशी मुद्राओं में आरक्षित पर रखी गई संपत्ति है। इन भंडारों का उपयोग देनदारियों को चुकाने और मौद्रिक नीति को प्रभावित करने के लिए किया जाता है।

विदेशी मुद्रा भंडार में बैंक नोट, जमा, बांड, ट्रेजरी बिल और अन्य सरकारी प्रतिभूतियां शामिल हो सकती हैं। ये संपत्तियां कई उद्देश्यों को पूरा करती हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए रखी जाती हैं कि केंद्रीय सरकारी एजेंसी के पास बैकअप फंड हो यदि उनकी राष्ट्रीय मुद्रा तेजी से अवमूल्यन करती है या पूरी तरह से दिवालिया हो जाती है।