Mutual Funds: म्यूचुअल फंड्स में निवेश से पहले याद रखें ये सबक, नहीं तो हो जाएगा भारी नुकसान
म्यूचुअल फंड काफी शानदार रिटर्न देने के लिए जाता है। बैंकबाजार की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में म्यूचुअल फंड पर औसत दस साल का रिटर्न 20 फीसदी है। देश में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या भी 4 करोड़ के पार पहुंच गई है। म्यूचुअल फंड से अच्छा रिटर्न पाने के लिए जरूरी है कि आप कुछ खास बातों का ख्याल रखें।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ साल में म्यूचुअल फंड में निवेश करने का चलन तेजी से बढ़ा है। इसमें काफी शानदार रिटर्न भी मिलता है। कई मशहूर हस्तियों ने भी सिस्टैमिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जादुई रिटर्न की कहानियां सुनाकर लोगों को म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। आज करीब 4 करोड़ लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं।
आइए जानते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश करना कितना सही है और निवेश करते वक्त किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
एक ही स्कीम ना करें पूरा निवेश
यह किसी भी इन्वेस्टमेंट का पहला सबक है। आपको अपनी सारी बचत एक ही जगह नहीं लगानी चाहिए। खासकर, म्यूचुअल फंड जैसी स्कीम में तो बिल्कुल भी नहीं, जहां रिटर्न अमूमन शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव के अधीन होता है। अगर आप निवेश की शुरुआत भी कर रहे हैं, तो कम से कम दो फंड में निवेश करें।
एक ही म्यूचुअल फंड में निवेश करने में जोखिम अधिक रहता है। म्यूचुअल फंड की प्रकृति अलग-अलग होती है। इसका फर्क आपको रिटर्न में भी देखने को मिल सकता है। इसलिए अगर आप अलग-अलग फंड में निवेश करेंगे, तो किसी में कम रिटर्न भी मिलेगा, तो दमदार रिटर्न वाला फंड उसकी भरपाई कर देगा।
किस तरह के फंड में लगाएं पैसे?
म्यूचुअल फंड में निवेश करते वक्त ध्यान रखें कि आप किस तरह की स्कीम में पैसे लगा रहे हैं। आपको शुरुआत लार्ज कैप से करनी चाहिए। इसमें जोखिम कम होता है। फिर आप मल्टी या मिड कैप भी चुन सकते हैं। इनमें जोखिम थोड़ा अधिक होता है, लेकिन दमदार रिटर्न की गुंजाइश भी रहती है।
आप डेट या गोल्ड में निवेश करने वाले कुछ फंड को भी अपने पोर्टफोलियो में रख सकते हैं। अगर इक्विटी मार्केट यानी शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो डेट और गोल्ड वाला फंड आपके पोर्टफोलियो को संभाल लेगा।