दुनिया की टॉप-10 आइटी कंपनियों में भारत की चार कंपनियां, TCS दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आइटी सर्विस फर्म: रिपोर्ट
दूसरे स्थान पर कायम आइबीएम की ब्रांड वैल्यू 16.1 अरब डॉलर है। टीसीएस ने आइबीएम से अपने अंतर को काफी कम कर लिया है। ब्रांड फाइनेंस के सीईओ डेविड हे ने कहा कि सीईओ राजेश गोपीनाथन के नेतृत्व में टीसीएस ने तेजी से खुद को आगे बढ़ाया है।
By Pawan JayaswalEdited By: Updated: Thu, 28 Jan 2021 08:04 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आइटी) सर्विस फर्म बन गई है। इस मामले में पहले दो स्थानों पर एसेंचर और आइबीएम के नाम हैं। ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। दुनिया की टॉप 10 आइटी कंपनियों में भारत की चार कंपनियां टीसीएस, इन्फोसिस, एचसीएल और विप्रो के नाम शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, 'विदेशी कारोबार बढ़ने से टीसीएस तेजी की राह पर है। यह साल कंपनी के लिए और फायदेमंद साबित हो सकता है।' 11 फीसद की जबर्दस्त बढ़त के साथ टीसीएस की ब्रांड वैल्यू 15 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। 26 अरब डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ एसेंचर सबसे मूल्यवान आइटी कंपनी बनी हुई है।दूसरे स्थान पर कायम आइबीएम की ब्रांड वैल्यू 16.1 अरब डॉलर है। टीसीएस ने आइबीएम से अपने अंतर को काफी कम कर लिया है। ब्रांड फाइनेंस के सीईओ डेविड हे ने कहा कि सीईओ राजेश गोपीनाथन के नेतृत्व में टीसीएस ने तेजी से खुद को आगे बढ़ाया है। टीसीएस के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर राजश्री आर ने कहा कि ब्रांड के तौर पर टीसीएस की मजबूती कंपनी में उसके ग्राहकों के भरोसे का प्रमाण है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 8.4 अरब डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ इन्फोसिस चौथे स्थान पर रही। तीन साल में 29 फीसद से ज्यादा की बढ़त के साथ इन्फोसिस को रिपोर्ट में सबसे तेजी से बढ़ता आइटी ब्रांड बताया गया है। इन्फोसिस ने कॉग्निजेंट को पछाड़कर अपनी जगह बनाई है। आठ अरब डॉलर के साथ कॉग्निजेंट पांचवें स्थान पर है। भारतीय कंपनी एचसीएल को सातवें और विप्रो को नौवें स्थान पर रखा गया है। तेज बढ़त के साथ टेक महिंद्रा ने भी सूची में 15वें स्थान पर आने में कामयाबी पाई है।