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FPI Data: नवंबर में भी एफपीआई ने जारी रखी बिकवाली, पहले तीन कारोबारी सत्र में बेचे 3400 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर

नवंबर के पहले तीन कारोबारी सत्रों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने शेयर बाजार में बिकवाली जारी रखी। 1 2 और 3 नवंबर के कारोबारी सत्र के दौरान एफपीआई ने 3400 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की। पिछले महीनों अक्टूबर में एफपीआई ने कुल 24548 करोड़ रुपये निकाले थे।

By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Sun, 05 Nov 2023 11:29 AM (IST)
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1-3 नवंबर के दौरान एफपीआई ने 3,412 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
पीटीआई, नई दिल्ली। नवंबर महीने के पहले तीन कारोबारी सत्र में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने पहले की तरह शेयर बाजार से बिकवाली जारी रखी है। 1,2 और 3 नंवबर के कारोबारी सत्र में एफपीआई ने 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।

पिछले महीने कितने करोड़ की कि निकासी

इससे पहले के महीनों की बात करें तो अक्टूबर में एफपीआई ने कुल 24,548 करोड़ रुपये और सितंबर में कुल 14,767 करोड़ रुपये की निकासी की है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, 1-3 नवंबर के दौरान एफपीआई ने 3,412 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। सितंबर की शुरुआत से ही एफपीआई बिकवाली कर रहे हैं।

हालांकि निकासी से पहले, एफपीआई ने मार्च से अगस्त तक पिछले छह महीनों में शेयर बाजारों में लगातार खरीदी कर रहे थे और इस दौरान एफपीआई ने करीब 1.74 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था।

एफपीआई क्यों कर रहे हैं बिकवाली?

विशेषज्ञों की माने तो बिकवाली के पीछे मुख्य कारण इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआई को मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर - मैनेजर रिसर्च, हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि

इसका मुख्य कारण इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के कारण बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के साथ-साथ अमेरिकी ट्रेजरी बांड पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि है।

और बिकवाली के आसार नहीं

बढ़ती बॉन्ड यील्ड और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नवंबर की बैठक में नरम रुख का संकेत देने के बाद अब भारतीय शेयर बाजार से एफपीआई के अधिक निकासी की संभावना कम है।

डेट मार्केट का में इतना आया निवेश

आंकड़ो के मुताबिक अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपये प्राप्त करने के बाद समीक्षाधीन अवधि में डेट बाजार में 1,984 करोड़ रुपये आए।

इसके साथ ही इस साल अब तक इक्विटी में एफपीआई का कुल निवेश 92,560 करोड़ रुपये और डेट बाजार में 37,485 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। सेक्टर की बात करें तो बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, पूंजीगत सामान और आईटी और रियल एस्टेट में मिड-कैप अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।