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FPI Inflow: भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का बंपर निवेश, जून में इनफ्लो 30000 करोड़ रुपये के पार

FPI Inflow भारतीय शेयर बाजार में जून में एफपीआई की ओर से 30800 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। ये निवेश ऐसे समय पर किया गया है जब भारतीय शेयर बाजार को लेकर सकारात्मक माहौल बना हुआ है। अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व भी ब्याज दर बढ़ाने को लेकर रोक लगा चुका है। मई में भी एफपीआई ने 43000 करोड़ से अधिका निवेश किया था।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sun, 25 Jun 2023 11:11 AM (IST)
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FPI भारतीय बाजार में शुद्ध खरीदार बने हुए हैं। (जागरण फाइल फोटो)

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार को लेकर तेजी का रूझान बरकरार है। इसी कारण जून में अब तक के कारोबारी सत्र में फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से 30,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा चुका है। भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार किए जा रहे निवेश की बड़ी वजह अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक माहौल और मजबूत कोरपोरेट रिजल्ट है।

डाटा के मुताबिक, एफपीआई की ओर से 1 से लेकर 23 जून के बीच 30,664 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इससे पहले मई में 43,838 करोड़ रुपये, अप्रैल में 11,631 करोड़ रुपये और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। वहीं, जनवरी-फरवरी में एफपीआई ने बाजार से 34000 रुपये निकाले थे।

2023 में भारतीय बाजारों में अब तक FPIs 59,900 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश कर चुके हैं। विदेशी निवेशकों   की ओर से करीब 4500 करोड़ का निवेश डेट मार्केट में किया जा चुका है।

आगे कैसा रहेगा FPIs का इनफ्लो?

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च (रिटेल) के प्रमुख श्रीकांत चौहान ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि आने वाले समय एफपीआई की ओर से आने वाले इनफ्लो में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इसी वजह अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दर बढ़ाने को लेकर दी गई कमेंट्री है।

आगे कहा कि बैंक ऑफ इंग्लैंड की ओर से ब्याज दरों को 50 आधार अंक बढ़ाया गया है, जो कि निवेशकों के लिए चिंता का विषय है और भारतीय बाजार का वैल्यूएशन अधिक होना भी अब एक चुनौती है।

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर, मैनेजर रिसर्च, हिमांशु श्रीवास्ताव ने कहा कि यूएस फेड की ओर से ब्याज दरों को नहीं बढ़ाने को बाजार ने सकारात्मक लिया है। इससे एफपीआई को लगता है कि भारतीय बाजार में अच्छी वृद्धि होगी।

(एजेंसी इनपुट के साथ)