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FPI Investment लगातार तीसरे माह भी जारी, 57,380 करोड़ रुपये हुआ डेट बाजारों में अब तक विदेशी निवेश

खुदरा और उच्च नेटवर्थ (HNI) भी भारतीय बाजारों को लेकर काफी आशाजनक हैं। ऐसे में एफपीआइ की ओर से की जाने वाली बिक्री की भरपाई घरेलू निवेश से हो जाएगी। FPI ने इक्विटी बाजारों में इससे पहले मार्च में 35098 करोड़ और फरवरी में 1539 करोड़ रुपये का निवेश किया था। हालांकि इस वर्ष जनवरी में 25744 करोड़ रुपये की निकासी की थी।

By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Updated: Sun, 14 Apr 2024 09:00 PM (IST)
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FPI Investment लगातार तीसरे माह भी जारी
पीटीआई, नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) लगातार तीसरे महीने भी इक्विटी बाजारों में खरीदार बने हुए हैं। अप्रैल के पहले दो सप्ताहों के दौरान एफपीआइ इक्विटी बाजारों में 13,347 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। इसके साथ कैलेंडर वर्ष 2024 में इक्विटी बाजारों में एफपीआई का शुद्ध निवेश 24,240 करोड़ रुपये हो गया है। बाजार के जानकारों का कहना है कि आशाजनक विकास संभावनाओं के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन के कारण एफपीआई घरेलू इक्विटी बाजारों में लगातार निवेश कर रहे हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि भारत-मारीशस कर संधि में किए गए संशोधनों से छोटी अवधि में एफपीआई निवेश प्रभावित होगा। नई संधि की विस्तृत जानकारी सामने आने के बाद इसमें सुधार हो सकता है। इसके अलावा पश्चिम एशिया में भूराजनीतिक स्थिति और ईरान व इजरायल के बीच बढ़ता तनाव भी एफपीआई निवेश के लिए चिंता है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआइआई) के पास बड़ी मात्रा में नकदी उपलब्ध है।

खुदरा और उच्च नेटवर्थ (एचएनआई) भी भारतीय बाजारों को लेकर काफी आशाजनक हैं। ऐसे में एफपीआइ की ओर से की जाने वाली बिक्री की भरपाई घरेलू निवेश से हो जाएगी। एफपीआइ ने इक्विटी बाजारों में इससे पहले मार्च में 35,098 करोड़ और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का निवेश किया था। हालांकि, इस वर्ष जनवरी में 25,744 करोड़ रुपये की निकासी की थी। पूरे कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान एफपीआई ने इक्विटी बाजारों में 1,71,107 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।

इस दौरान चार महीने ऐसे रहे थे, जब एफपीआई ने इक्विटी में 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया था। दिसंबर 2023 के दौरान एफपीआई ने इक्विटी बाजारों में सबसे ज्यादा 66,135 करोड़ रुपये का निवेश किया था। डेट फंडों में लगातार आकर्षित हो रहे विदेशी निवेशक कैलेंडर वर्ष 2024 में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक लगातार आकर्षित हो रहे हैं और अब तक डेट बाजारों में 57,380 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। यह लगातार चौथा महीना है जब डेट बाजारों में एफपीआई निवेश सकारात्मक बना हुआ है। अप्रैल में अब तक एफपीआई डेट बाजारों में 1,522 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं।

इससे पहले जनवरी में एफपीआई ने डेट बाजारों में 19,837 करोड़ रुपये, फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये और मार्च में 13,602 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान एफपीआई ने भारतीय डेट बाजारों में शुद्ध रूप से 68,663 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इस दौरान दिसंबर 2023 में सबसे ज्यादा 18,302 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश मिला था।

सात शीर्ष कंपनियों का पूंजीकरण 59,404 करोड़ बढ़ा बीते सप्ताह घरेलू बाजारों में गिरावट के बावजूद बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष-10 में से सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 59,404.85 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। इस दौरान भारती एयरटेल के पूंजीकरण में सबसे ज्यादा 19,029.37 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, ICICI बैंक के पूंजीकरण में 15,363.23 करोड़ रुपये, रिलायंस के पूंजीकरण में 10,250.02 करोड़ रुपये, टीसीएस में 7,507.53 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।

बीते सप्ताह आइटीसी के पूंजीकरण में 2,809.06 करोड़, इन्फोसिस के पूंजीकरण में 2,303.73 करोड़ और एसबीआइ के पूंजीकरण में 2,141.91 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, एचडीएफसी बैंक के पूंजीकरण में 23,170.58 करोड़, एलआइसी में 13,440.62 करोड़ और एचयूएल में 8,153.08 करोड़ रुपये की गिरावट रही है।

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