Franklin Templeton MF: कंपनी ने किया जल्द से जल्द निवेशकों का पैसा लौटाने का वादा, छह डेट फंड किये थे बंद
Franklin Templeton ने कहा है कि फंड्स के बंद कर देने का यह मतलब नहीं है कि निवेशकों का पैसा डूब गया है।
By Pawan JayaswalEdited By: Updated: Tue, 28 Apr 2020 06:18 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। यूएस बेस्ड म्युचुअल फंड हाउस फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने जल्द ही निवेशकों को उनका पैसा वापस करने का वादा किया है। फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया ने गुरुवार रात अपने छह डेट फंड्स को बंद करने की घोषणा की थी। कंपनी ने कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के चलते नकदी की कमी के कारण इन डेट फंड्स को बंद किया था। इससे निवेशकों के करीब 25 हजार करोड़ से अधिक रुपये इन छह डेट फंड्स में फंस गए हैं। अब न तो कोई इन छह डेट फंड्स में ताजा खरीद कर सकता है और न ही मौजूदा निवेशक इन फंड्स में पैसे निकाल सकते हैं।
कंपनी ने अब सोमवार को कहा है कि वह जल्द ही निवेशकों का पैसा वापस लौटा देगी। कंपनी ने कहा कि फंड्स के बंद कर देने का यह मतलब नहीं है कि निवेशकों का पैसा डूब गया है। फ्रैंकलिन टेम्पलटन के एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्रेसिडेंट संजय ने निवेशकों से एक नोट में कहा, 'जिन स्कीम्स को हमने बंद किया है, उनमें मौजूद निवेशकों के धन को जल्द से जल्द लौटाने के लिए हम सभी प्रयास करने का वादा करते हैं। साथ ही हम फिर से हमारे ब्रांड के लिए आपका विश्वास जीतने की दिशा में प्रयास करने का वादा करते हैं।'
कंपनी ने जिन छह डेट फंड्स को बंद किया है, उनमें फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन लो ड्यूरेशन फंड, फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन इनकम ऑपरच्यूनिटी फंड, फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन क्रेटिड रिस्क फंड, फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट बॉन्ड फंड और फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन डायनामिक एक्यूरियल फंड शामिल हैं।
वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार का भी कहना है कि कंपनी निवेशकों का पैसा धीरे-धीरे लौटा सकती है। उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियों में जितनी भी कंपनियां हैं, वे पैसा देने की स्थिति में आ सकती हैं। इसलिए जैसे-जैसे बॉन्ड मैच्योर होता जाएगा और जो भी पैसा मिलेगा, उसे कंपनी निवेशकों को देती जाएगी। कुमार ने उम्मीद जताई की हर 15-20 दिन में फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया निवेशकों को पैसा लौटाती जाएगी। गौरतलब है कि म्युचुअल फंड्स में लिक्विडिटी के संकट को देखते हुए आरबीआई ने सोमवार को म्युचुअल फंड्स के लिए 50,000 करोड़ रुपये की स्पेशल लिक्विडिटी सुविधा की घोषणा की है।