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RBI के Frictionless credit इनिशिएटिव से किसानों को हो रहा जबरदस्त फायदा, लोन राशि में हो रही बचत

Frictionless credit आरबीआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फिनटेक डिपार्टमेंट के प्रमुख अजय कुमार चौधरी ने कहा कि फ्रिक्शनलेस क्रेडिट के लिए पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म के पायलट लॉन्च के कारण लेंडर्स की 70 प्रतिशत ऑपरेशनल कॉस्ट कम करने में मदद मिली है। वहीं किसानों को अपनी लोन राशि का 6 प्रतिशत बचत करने में मदद मिल रही है। ( जागरण फाइल फोटो)

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sun, 10 Sep 2023 03:34 PM (IST)
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आरबीआई ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया गया है।

नई दिल्ली, एजेंसी। आरबीआई के फ्रिक्शनलेस क्रेडिट इनिशिएटिव से वित्त संस्थाओं के ग्राहक अधिग्रहण की लागत में 70 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। साथ ही उधार लेने वाले व्यक्ति भी अपने लोन राशि का 6 प्रतिशत तक की बचत कर पा रहे हैं। ये जानकारी आरबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से दी गई।

पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत इस साल अप्रैल में तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म पर आरबीआई इनोवेशन हब द्वारा विकसित ऑल-डिजिटल केसीसी लेडिंग के साथ की गई। इसी साल 17 अगस्त से इसे महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात (डेयरी उत्पादकों) से लिए बढ़ाया गया।

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लेंडर्स की 70 प्रतिशत लागत हुई कम

आरबीआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फिनटेक डिपार्टमेंट के प्रमुख अजय कुमार चौधरी ने कहा कि फ्रिक्शनलेस क्रेडिट के लिए पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म के पायलट लॉन्च के कारण लेंडर्स की 70 प्रतिशत ऑपरेशनल कॉस्ट कम करने में मदद मिली है। वहीं, किसानों को अपनी लोन राशि का 6 प्रतिशत बचत करने में मदद मिल रही है।

आगे कहा कि हमारे पास कॉस्ट को बचाने का एक अच्छा अवसर है। पहले किसानों को लोन लेने में छह से आठ हफ्ते का समय लगता था, लेकिन अब ये घटकर शून्य पर आ गया है। बता दें ये प्लेटफॉर्म आरबीआई की इनोवेशन की ओर से तैयार किया गया है, जो कि केंद्रीय बैंक की सहयोगी कंपनी है।

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आरबीआई ने 17 अप्रैल को मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में प्रति उधारकर्ता 1.6 लाख रुपये तक के किसान क्रेडिट कार्ड ऋण, डेयरी ऋण, एमएसएमई ऋण, व्यक्तिगत ऋण और गृह ऋण जैसे शुद्ध खुदरा उत्पादों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था।