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Hindenburg Report पर बोले Gautam Adani, कहा - ग्रुप को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश थी

Adani Group Annual General Meeting गौतम अदाणी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को कंपनी के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश बताया है। उनकी ओर से अदाणी ग्रुप की एनुअल जनरल मीटिंग में कहा गया कि ये रिपोर्ट ऐसे समय पर लाई गई जिस दौरान हम देश का सबसे बड़ा एफईपीओ (FPO) लेकर आ रहे थे और इस दौरान शेयरों को शॉर्ट किया गया।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 18 Jul 2023 10:51 AM (IST)
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अदाणी ग्रुप के मुखिया गौतम अदाणी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अदाणी ग्रुप के मुखिया गौतम अदाणी की ओर से हिंडनबर्ग रिपोर्ट को कंपनी को बदनाम करने की एक साजिश बताया है। ये रिपोर्ट गलत सूचनाओं के साथ कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार की गई थी और ऐसे समय पर सामने लाई गई, जब ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज देश का सबसे बड़ा फॉलो ऑन पब्लिक इश्यू (FPO) लेकर आने वाली थी।

अदाणी ग्रुप की एनुअल जनरल मीटिंग में गौतन अदाणी ने कहा ये रिपोर्ट गलत सूचनाओं और आरोपों का एक संयोजन थी। इसमें से अधिकांश आरोप 2004 से लेकर 2015 तक के थे। उन सभी का निपटान उस समय कर दिया था। इसी रिपोर्ट को कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और बदनाम करने के लिए दुर्भावनापूर्ण से ऐसे समय पर लाया गया था, जब हम अपना एफपीओ लॉन्च करने वाले थे, ताकि हमारे स्टॉक्स को शॉर्ट किया जा सके।

कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत

अदाणी ने कहा कि अदाणी ग्रुप की बैलेंस शीट, एसेट्स, कैशफ्लो लगातार मजबूत होता जा रहा है। कंपनी की नए बिजनेस को अधिग्रहण करने और नए बिजनेस शुरू करने की गति पूरे भारत में सबसे तेज है। हमारी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी हमारे गवर्नेंस के मापदंड को दिखाता है। हमारी ऑस्ट्रेलिया, इजराइल, बंगलादेश और श्रीलंका में अंतरराष्ट्रीय विस्तार ने इसे प्रमाणित किया है।

वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने स्थापित किया नया रिकॉर्ड

कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन ने 2022-23 में नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। इस दौरान कंपनी का EBITDA 36 प्रतिशत बढ़कर 57,219 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि आय 85 प्रतिशत गिरकर 2,62,499 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं, PAT 82 प्रतिशत बढ़कर 23,509 करोड़ रुपये हो गया है।

जनवरी में आई थी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट

अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की ओर से जनवरी की शुरुआत में एक रिपोर्ट निकाली गई थी, जिसमें अदाणी ग्रुप पर शेयरों की कीमत में गड़बड़ी करने के साथ कई तरह के आरोप लगाए गए थे। इस रिपोर्ट को अदाणी ग्रुप ने खारिज किया था।