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वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर कितने सजग हैं Gen Z और Millennials, Deloitte की सर्वे रिपोर्ट में हुआ खुलासा

देश की आर्थिक और सामाजित स्थिति को लेकर डेलॉइट (Deloitte) ने एक सर्वे रिपोर्ट पेश किया है। यह सर्वे रिपोर्ट में बताया गया कि Gen Z और Millennials वैश्विक अर्थव्यवस्था और सामाजिक स्थिति को लेकर कितने सजग हैं। इस सर्वे में 44 देशों के 22800 से अधिक Gen Z और Millennials शामिल थे। आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Wed, 15 May 2024 01:16 PM (IST)
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कितने सजग हैं Gen Z और Millennials
पीटीआई, नई दिल्ली। देश की आर्थिक और सामाजित स्थिति को लेकर डेलॉइट (Deloitte) ने एक सर्वे रिपोर्ट पेश किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि आधे से अधिक Gen Z और दो-तिहाई Millennials देश की इकोनॉमी और सामाजिक स्थिति को लेकर आशावादी है। ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले साल में देश की इकोनॉमी में सुधार होगा।

अपनी रिपोर्ट में डेलॉइट ने कहा कि Gen Z और Millennials यानी दोनों पीढ़ियां एआई (AI) को लेकर काफी सतर्क है। वह एआई के फायदे के बारे में जानते हैं। इसके अलावा वह अपने ट्रेनिंग में काम करने के तरीके में भी सुधार कर रहे हैं।

सर्वे में पाया गया है कि 10 Gen Z और Millennials में से नौ का कहना है कि जॉब में संतुष्टि होना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए चाहे कंपनी ने जो काम दिया है उसे रिजेक्ट करें। इसका मतलब है कि हमें अपने नैतिकता और मान्यताओं के अनुरूप ही काम करना चाहिए।

डेलॉइट की सर्वे रिपोर्ट

इस सर्वे में 44 देशों के 22,800 से अधिक Gen Z और Millennials शामिल थे। इस सर्व के उद्देश्य ता कि यह दोनों पीढ़ी अपने आसपास की दुनिया में होने वाले परिवर्तनों को कैसे समझते हैं। यह सर्वे फील्डवर्क 24 नवंबर, 2023 और 13 फरवरी, 2024 के बीच पूरा किया गया था।

माना जाता है कि जिनका जन्म नवरी 1995 और दिसंबर 2005 के बीच हुआ है वह Gen Z हैं और जनवरी 1983 और दिसंबर 1994 के बीच पैदा होने वाले Millennials हैं।

क्या है Gen Z और Millennials का विचार

इस सर्वे के अनुसार Millennials आर्थिक, वित्तीय और सामाजिक दृष्टिकोण के बारे में अधिक आशावादी महसूस कर रही है। वैश्विक मंदी के बीच भारत की निरंतर आर्थिक वृद्धि से इस भावना को बढ़ावा मिला है।

Millennials (65 प्रतिशत) और आधे से अधिक Gen Z (58 प्रतिशत) को उम्मीद है कि अगले एक साल में देश के आर्थिक दृष्टिकोण में सुधार होगा। यह पिछले वर्ष की तुलना में काफी बेहतर स्थिति है, क्योंकि Gen Z और Millennials अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर आश्वस्त हैं।

दोनों पीढ़ीयों का कहना है कि GenAI से उनका वर्क लाइफ काफी बैलेंस होगा। यह उनके काम करने के तरीके में पॉजिटिव रिस्पांस देगा। इन दोनों पीढ़ीयों में से आधे से ज्यादा लोग एआई का इस्तेमाल करते हैं। इससे उनके पास प्लानिंग और क्रिएटिविटी करने के लिए ज्यादा टाइम मिल जाता है।

हालाँकि, वे समान रूप से आश्वस्त हैं कि उन्हें फिर से कौशल की आवश्यकता होगी और GenAI उनके करियर निर्णयों को प्रभावित करेगा और कुछ नौकरी हानि का कारण बनेगा। सर्वेक्षण में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि कैसे महिलाएं GenAI को लेकर अधिक उत्साहित हैं और पुरुषों की तुलना में इसके साथ काम करने में थोड़ी अधिक सहज हैं।

डेलॉयट इंडिया की मुख्य लोग और अनुभव अधिकारी दीप्ति सागर ने कहा

Gen Z और Millennials परिवर्तन के एजेंट हैं और काम के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। आधे से अधिक उत्तरदाता GenAI के बारे में उत्साहित हैं और मानते हैं कि यह नई तकनीक उनके कार्य-जीवन संतुलन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी, जिससे रचनात्मक कार्यों और रणनीतिक कार्य के लिए अधिक समय मिल सकेगा।