Diwali 2024: दीवाली पर सोना खरीदने का बना रहे मन? इन बातों का जरूर रखें ध्यान
Gold Buying Tips अगर आप भी इस साल दीवाली के मौके पर गोल्ड खरीदने वाले हैं तो बता दें कि इस साल धनतेरस 29 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। भारत में माना जाता है कि दीवाली के मौके पर गोल्ड खरीदना शुभ होता है। हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आपको गोल्ड खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। दीवाली का त्योहार रोशनी के त्योहार है। पांच दिन चलने वाले इस त्योहार में गोल्ड खरीदना शुभ माना जाता है। भारतीय मान्यता है कि इस दिन गोल्ड खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। सोना खरीदने के लिए दीवाली से दो दिन पहले धनतेरस (Dhanteras) का दिन शुभ माना जाता है। बता दें कि इस साल धनतेरस (Dhanteras 2024) 29 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। अगर आप भी इस दीवाली गोल्ड खरीदने का सोच रहे हैं तो आपको गोल्ड की खरीदारी के वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
प्योर सोना
सोना कितना शुद्ध है इसकी माप कैरेट में किया जाता है। वैसे तो 24 कैरेट गोल्ड को सबसे ज्यादा प्योर माना जाता है, लेकिन इससे गोल्ड ज्वैलरी नहीं बनती है। सामान्यतः गोल्ड ज्वैलरी बनाने के लिए 22, और 18 कैरेट का ऑप्शन होता है। आपको गोल्ड की खरीदारी करते वक्त यह ध्यान रखना चाहिए कि आप कितने कैरेट का गोल्ड खरीद रहे हैं। बता दें कि गोल्ड की कीमत उसके कैरेट पर निर्भर करती है।
हॉलमार्क
हमेशा हॉलमार्क वाला गोल्ड की खरीदना चाहिए। हॉलमार्क से यह सुनिश्चित हो जाता है कि आप जो गोल्ड खरीद रहे हो वह प्योर है। अगर आप बिना हॉलमार्क वाला गोल्ड खरीदते हैं तो हो सकता है कि सुनार आपको असली के नाम पर नकली सोना बेच रहा है।गोल्ड की कीमत
पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। ऐसे में सोने की खरीदारी से पहले आपको पता होना चाहिए कि सोने का भाव क्या है। अगर आपको सोने की कीमत नहीं पता है तो हो सकता है कि सुनार आपको ज्यादा कीमत पर सोना बेचे। इसके अलावा ज्वैलर आपको ज्वैलरी की जो कीमत बता रहा है उसकी तुलना बाजार के बाकी ज्वैलर्स से जरूर करवाएं।मेकिंग चार्ज
कई बार सुनार मेकिंग चार्ज के नाम से भी ज्यादा पैसे लेते हैं। वैसे तो यह पूरी तरह से ज्वैलर्स पर निर्भर करता है कि वह कितना मेकिंग चार्ज ले रहा है। ऐसे में आपको सोने की खरीदारी से पहले मेकिंग चार्ज पर चर्चा करना चाहिए और जरूरत हो तो मोलभाव भी कम करवाना चाहिए।