गोल्ड ईटीएफ पर लट्टू हुए निवेशक, अक्टूबर में आया रिकॉर्ड निवेश
गोल्ड ETF असल में ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है। यह सोने के गिरते-चढ़ते भावों पर आधारित होता है। ETF काफी ज्यादा कॉस्ट इफेक्टिव होता है। एक गोल्ड ETF यूनिट का मतलब है 1 ग्राम सोना। वह भी पूरी तरह से शुद्ध। यह गोल्ड में निवेशक के साथ स्टॉक इन्वेस्टमेंट में विविधता लाता है। इसमें मासिक आधार पर निवेश में 59 फीसदी का उछाल आया है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अक्टूबर में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेट फंड (ईटीएफ) में 1,961 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश हुआ। यह सितंबर में निवेश किए गए 1,233 करोड़ रुपये के शुद्ध निवेश से 59 प्रतिशत अधिक है। इस निवेश ने अक्टूबर के अंत तक गोल्ड फंड्स की एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) को 12 प्रतिशत बढ़ाकर 44,545 करोड़ रुपये करने में मदद की, जो पिछले महीने 39,823 करोड़ रुपये थी।
अक्टूबर 2023 में 841 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। अगस्त में 1,611 करोड़ रुपये, जुलाई में 1,337 करोड़ रुपये, जून में 726 करोड़ रुपये और मई में 827 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। इससे पहले, अप्रैल में गोल्ड ईटीएफ सेगमेंट में 396 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी।
गोल्ड ईटीएफ में क्यों बढ़ रहा निवेश
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, 'इस साल यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में 75 आधार अंक की कटौती और डालर के मजबूत होने के साथ यह वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों और उसमें निवेश को कैसे प्रभावित करेगा, इस पर नजर रखनी होगी।'उन्होंने कहा, 'भारत में त्योहारी और शादी के मौसम की मांग को देखते हुए सोने की कीमतों में उछाल की उम्मीद ने भी निवेशकों को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए प्रेरित किया।'
क्या होता है गोल्ड ETF?
गोल्ड ETF असल में ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है। यह सोने के गिरते-चढ़ते भावों पर आधारित होता है। ETF काफी ज्यादा कॉस्ट इफेक्टिव होता है। एक गोल्ड ETF यूनिट का मतलब है, 1 ग्राम सोना। वह भी पूरी तरह से शुद्ध। यह गोल्ड में निवेशक के साथ स्टॉक इन्वेस्टमेंट में विविधता लाता है।
गोल्ड ETF की खरीद-बिक्री शेयर की ही तरह BSE और NSE पर की जाती है। बस इसमें आपको फिजिकल गोल्ड नहीं मिलता। आप जब इससे निकलेंगे, तो आपको उस समय के सोने के भाव के बराबर पैसा मिल जाएगा।