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सोने के जेवरात का दाम कैसे कैलकुलेट करता है जौहरी, समझिए फाइनल बिल का पूरा हिसाब

सोने के जेवरात खरीदने जाते हैं तो गोल्ड का रेट पता होने के बाद भी जौहरी की कैलकुलेशन समझ से बाहर होती है। हर जौहरी अलग तरह के चार्जेस लगाता है और लगता है कि जितनी कीमत चेक कर के आए थे उससे ज्यादा ही देनी पड़ गई। दरअसल सोने के जेवरात का दाम जीएसटी हॉलमार्किंग मेकिंग चार्जेस के साथ फाइनल तैयार होता है।

By Shivani Kotnala Edited By: Shivani Kotnala Updated: Mon, 29 Jul 2024 06:00 PM (IST)
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सोने के जेवरात का दाम इस तरह किया जाता है कैलकुलेट

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारत में शादी-ब्याह का मौका हो या कोई शुभ त्योहार, हर भारतीय घर में सोने के आभूषण खरीदने का प्रचलन वर्षों से चला आ रहा है। समय के साथ सोने के दाम में भी इजाफा हुआ है। हालांकि, जुलाई में पेश हुए यूनियन बजट के बाद से ही सोने की खरीदारी के लिए एक बार फिर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, 29 जुलाई को सोने का दाम 68131 रुपये प्रति 10 ग्राम बना हुआ है। यही दाम बजट से पहले 22 जुलाई को 73,240 रुपये अपडेट हुआ था। यानी सोना 5000 रुपये तक सस्ता हो गया है।

अब सवाल यह कि जब आप अपने शहर में गोल्ड ज्वेलरी की खरीदारी के लिए जौहरी के पास जाएंगे तो वह आपसे कितनी रकम अदा करने को कहेगा? दरअसल, सोने के आभूषण बेचने के लिए जौहरी का गणित समझा जाना जरूरी है। इस आर्टिकल में आपको उदाहरण के साथ सोने के आभूषण की फाइनल कीमत कैसे लगाई जाती है, बता रहे हैं-

सोने की शुद्धता कैरेट के साथ

सोने की शुद्धता कैरेट के साथ मापी जाती है। सबसे शुद्ध सोना 24KT को माना जाता है। हालांकि, यहां ध्यान देने की बात ये है कि सोने के आभूषण कभी भी शुद्ध सोने से तैयार नहीं किए जा सकते हैं। 24KT गोल्ड की डेन्सिटी कम होती है। सोने के आभूषण 22K, 18K और 14K प्योरिटी वाले गोल्ड के साथ ही तैयार किए जा सकते हैं। जैसे-जैसे नंबर के साथ कैरेट कम होता है सोने की कीमत भी कम होती जाती है। 24KT सोने का दाम 14K के मुकाबले कई ज्यादा होगा।

  • 24 कैरेट सोने में किसी तरह की कोई धातु शामिल नहीं होती।
  • 22 कैरेट सोने में 22 भाग शुद्ध सोना और 2 भाग अन्य धातुएं होती हैं।
  • 18 कैरेट सोने में 75 प्रतिशत सोना और 25 प्रतिशत अन्य धातुएँ होती
  • 14 कैरेट सोने में 58.3% सोना और 41.7% दूसरी धातुएं होती हैं

जौहरी का गणित

गोल्ड ज्वेलरी का फाइनल प्राइस सोने की पर ग्राम कीमत, मेकिंग चार्ज और 3 प्रतिशत जीएसटी के साथ कैलकुलेट किया जाता है।

गोल्ड जूलरी की फाइनल कीमत= सोने की कीमत+ मेकिंग चार्ज+ हॉलमार्किंग चार्ज+ 3% जीएसटी

उदाहरण के लिए मान लीजिए ग्राहक 11 ग्राम वजन वाली 22 कैरेट सोने की चेन खरीदना चाह रहा है। जहां, 22 कैरेट सोने का दाम 67858/ प्रति 10 ग्राम है। जौहरी प्रति ग्राम सोने के लिए 500 रुपये मेकिंग चार्ज और 45 रुपये हॉलमार्किंग चार्ज ले रहा है। ऐसे में इस चेन की फाइनल कीमत ऐसे तय की जाएगी-

  • सोने की कीमत= 74,636 रुपये (6785 रुपये प्रति ग्राम X 11 ग्राम)
  • मेकिंग चार्ज= 5,500 रुपये (500 X 11 ग्राम)
  • जीएसटी= 2,404 रुपये (74,636 रुपये+5,500 रुपये=80,136रुपये पर 3 प्रतिशत)
  • हॉलमार्किंग- 45 रुपये
  • फाइनल बिल= 82,585 रुपये

यह भी ध्यान दें, कि जब भी एक ग्राहक गोल्ड के साथ डायमंड ज्वेलरी खरीदने जाता है तो डायमंड के साथ 22K प्योरिटी वाले सोने का भी इस्तेमाल नहीं होता। डायमंड को होल्ड करने के लिए 22K गोल्ड हल्का, सॉफ्ट होता है। इसलिए, डायमंड ज्वेलरी के लिए 18K या 14K गोल्ड का ही इस्तेमाल होता है।

ये भी पढ़ेंः Gold Purity Check: जरा सी चूक और हजारों का नुकसान, ऐसे करें शुद्ध सोने की पहचान

बीआईएस हॉलमार्किंग साइन का भी रखें खास ध्यान

गोल्ड ज्वेलरी खरीद रहे हैं तो बीआईएस हॉलमार्किंग साइन का ध्यान रखा जाना जरूरी है। सरकार ने 16 जून 2021 से हॉलमार्किंग को अनिवार्य कर दिया है। 1 जुलाई 2021 को हॉलमार्किंग साइन को रिवाइज किया गया। अब हॉलमार्क वाले गोल्ड पर तीन साइन होने जरूरी हैं-

BIS लोगो, गोल्ड प्योरिटी/फिटनेस ग्रेड और 6 डिजिट वाला अल्फान्यूमेरिक HUID कोड।