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Gold Price Today: करवा चौथ पर धड़ाम हुए सोने के दाम, चार दिन से कीमतों में भारी गिरावट, जानें क्या है रेट

Sona Chandi Bhav Gold Silver Price Today भारत में सोने की कीमतों में पिछले चार दिनों से लगातार गिरावट हो रही है। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले सोने के व्यापारी सतर्कता के साथ कारोबार कर रहे हैं। इसको देखते हुए सोने की मांग घट गई है।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Thu, 13 Oct 2022 01:28 PM (IST)
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Gold Price Today: Gold fall for fourth day in a row, Check latest price in your city

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Gold Silver Price Today: अगर आप जीवनसाथी को सोने के जेवर गिफ्ट करने का प्लान बना रहे हैं तो आज सही मौका है। आज करवा चौथ है। आज के दिन ज्यादातर लोग अपनी पत्नी को सोने के जेवर गिफ्ट करते हैं। एमसीएक्स वायदा में गिरावट के कारण आज सोने की कीमतें कमजोर हैं। आज सोने का भाव 50,891 रुपये प्रति 10 ग्राम था। सोने के रेट में चौथे दिन लगातार की गिरावट आई है। चांदी वायदा 57,335 रुपये प्रति किलोग्राम पर सपाट रहा।

आपको बता दें कि पिछले चार दिनों में घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में 1,000 रुपये से अधिक की गिरावट आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 1,670.20 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थीं। व्यापारियों ने आज जारी होने वाले अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले सतर्क रुख अपनाया है। विश्लेषकों का कहना है कि मुद्रास्फीति की दर बढ़ने से बाजार नकारात्मक होगा। सर्राफा बाजार में हाजिर चांदी 0.6% गिरकर 18.95 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।

बाजार में कैसा रहेगा सोने का भाव

बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण सोने का रेट बढ़ जाता है। यूएस फेड द्वारा मौद्रिक सख्ती और इसके परिणामस्वरूप बॉन्ड यील्ड में वृद्धि ने सोने पर दबाव डाला है। वजह यह है कि आप सोने को अपने पास सुरक्षित तो रख सकते हैं, लेकिन इस पर कोई ब्याज नहीं मिलता है। जानकारों का कहना है कि सोने की कीमतें यूएस सीपीआई डाटा के बाद तेजी से बढ़ सकती हैं। यह आज जारी किया जाना है। यह सोने की कीमतों को सपोर्टिव रेंज में रख सकता है, क्योंकि मुद्रास्फीति की कमी से डॉलर इंडेक्स कम होगा और सोने की कीमतें बढ़ जाएंगी।

अमेरिकी बाजार का कितना असर

सोने के दाम पर अमेरिकी बाजारों का बहुत असर पड़ता है। य़ूएस फेड अधिकारियों ने संकेत दिया है कि उन्हें ब्याज दरों को और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है। महंगाई को कम करने के प्रयास में फेड अधिकारियों ने अपनी पिछली तीन बैठकों में 75 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। आगे भी दरों में बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है।

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