1200 रुपये बढ़ा सोने का भाव, चांदी में भी तगड़ा उछाल; जानिए क्या है लेटेस्ट रेट
अमेरिका में ब्याज दरों में होने वाली संभावित कटौती का सोने के भाव पर असर देखने को मिल रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में शुक्रवार को अच्छी तेजी दिखी जिसका असर घरेलू बाजार पर दिखा। शादी और फेस्टिव सीजन के चलते भी सोने की डिमांड बढ़ी है। चांदी की कीमतों में भी भारी उछाल देखने को मिला है। एक्सपर्ट के मुताबिक तेजी का यह सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है।
पीटीआई, नई दिल्ली। सोने की कीमतों में उछाल का सिलसिला जारी है। मजबूत वैश्विक रुझानों के बीच शुक्रवार को घरेलू बाजारों में आभूषण विक्रेताओं की ओर से भी सोने की खरीदारी बढ़ी। इससे शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत में 1,200 रुपये बड़ा उछाल आया और यह उछलकर करीब दो महीने के उच्चतम स्तर 75,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। गुरुवार को यह कीमती धातु 74,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से मांग बढ़ने से चांदी की कीमत भी लगातार चौथे सत्र में बढ़ी। चांदी में 2,000 रुपये का बड़ा उछाल दिखा और यह 89,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। गुरुवार को पिछले बंद भाव में यह सफेद धातु 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। पिछले चार सत्रों में धातु 5,200 रुपये प्रति किलोग्राम चढ़ चुकी है।
क्यों बढ़ रहा सोने का भाव
व्यापारियों का कहना है कि सोने की कीमतों में उछाल मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से आया है। साथ ही, शादियों और चल रहे त्योहारी सीजन के कारण भी खरीददारी बढ़ रही है, जिससे मांग में वृद्धि हुई है। जुलाई में, सरकार द्वारा सोने और चांदी पर मूल सीमा शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत करने के बाद स्थानीय बाजारों में सोने की कीमतों में 5,000 रुपये की तेज गिरावट आई और यह 71,050 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी।कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च के एवीपी कायनात चैनवाला ने कहा, "डॉलर के कमजोर होने से शुक्रवार को कॉमेक्स गोल्ड की कीमतें नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं, क्योंकि निवेशकों को अगले सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है।" कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, कम ब्याज दरें बुलियन की कीमतों के लिए सकारात्मक हैं क्योंकि इससे निवेशक उन असेट का रुख करने लगते हैं, जिन पर ब्याज दरें घटने का असर नहीं होता।
निवेशकों को भा रहा गोल्ड
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के कमोडिटीज के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा, "यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा महत्वपूर्ण दरों में कटौती और डॉलर इंडेक्स के कमजोर होने के बाद सोने की कीमतें 2,550 डॉलर प्रति औंस से अधिक हो गईं, जबकि चांदी तीन सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गई।"एक्सिस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक देवेया गगलानी के अनुसार, कॉमेक्स गोल्ड की कीमतों में 1.9 प्रतिशत की मजबूत तेजी देखी गई, जो इस साल 16 अगस्त के बाद सबसे मजबूत है। गगलानी ने कहा, 'इस सप्ताह के नवीनतम मुद्रास्फीति आंकड़ों ने अगले सप्ताह फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना को काफी हद तक बढ़ा दिया है। इससे निवेशक सोने का रुख कर रहे हैं।'
यह भी पढ़ें : Gold Price: दुनियाभर में कैसे तय होता है सोने का दाम, क्या है कीमतों में उतार-चढ़ाव के पीछे की वजह?