Gold Silver Price: सोने के दाम स्थिर और चांदी हुई सस्ती, देखिए आज के प्राइस
मंगलवार को पिछले सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला गोल्ड 1400 रुपये उछलकर 74150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि चांदी की कीमत में 150 रुपये की गिरावट हुई है। वैश्विक बाजार में कॉमेक्स सोना 6.10 डॉलर प्रति औंस की गिरावट के साथ 2544.50 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। कॉमेक्स चांदी भी 0.24 प्रतिशत बढ़कर 30.03 डॉलर प्रति औंस पर बोली जा रही थी।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 74,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। हालांकि, चांदी की कीमत 150 रुपये की गिरावट के साथ 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
घरेलू बाजार की स्थिति
मंगलवार को पिछले सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला गोल्ड 1,400 रुपये उछलकर 74,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, चांदी की कीमत में 150 रुपये की गिरावट हुई है। ये अब 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई है। वहीं, पिछले बंद का भाव 87,150 रुपये प्रति किलोग्राम था। इस बीच, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 73,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा।
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ग्लोबल मार्केट का हाल
वैश्विक बाजार में कॉमेक्स सोना 6.10 डॉलर प्रति औंस की गिरावट के साथ 2,544.50 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक मोहम्मद इमरान ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच मंगलवार को नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद सोना अभी भी 2,500 डॉलर से ऊपर कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी डॉलर सूचकांक में कमजोरी और चीन की मजबूत मांग के बीच वैश्विक व्यापारी और उपभोक्ता कीमती धातु पर दांव लगाना जारी रखे हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स चांदी भी 0.24 प्रतिशत बढ़कर 30.03 डॉलर प्रति औंस पर बोली जा रही थी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक, कमोडिटीज सौमिल गांधी ने कहा कि व्यापारी अब बुधवार को होने वाली फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की नवीनतम बैठक के मिनटों का इंतजार कर रहे हैं, जो फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति दिशा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकता है। जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के ईबीजी, कमोडिटी और करेंसी रिसर्च के उपाध्यक्ष प्रणव मेर के अनुसार, ब्याज दरों में कटौती की मात्रा का अनुमान लगाने के लिए जैक्सन होल सिंपोसियम(संगोष्ठी) में अमेरिकी फेड चेयर जेरोम पॉवेल के भाषण पर ध्यान केंद्रित है।
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