Google Pay से विदेश में भी कर सकेंगे UPI पेमेंट, कंपनी ने NPCI के साथ किया समझौता
UPI Payment वर्ष 2023 से UPI अपना परचम विदेश में भी फैला रहा है। ऐसे में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए अब Google Pay ने NPCI के साथ समझौता किया है। इस समझौते के बाद अब विदेश में भी गूगल पे के जरिये यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं। चलिए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं। पढ़ें पूरी खबर...
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Wed, 17 Jan 2024 03:25 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ाने के लिए एनपीसीआई (NPCI) लगातार कई कदम उठा रहा है। अब भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में यूपीआई (UPI) के जरिये पेमेंट हो सकती है। यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) को बढ़ावा देने के लिए एनपीसी और गूगल के बीच समझौता किया है।
गूगल इंडिया डिजिटल सर्विसेज (Google India Digital Services) और एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड ने भारत के बाहर के देशों में यूपीआई भुगतान का विस्तार करने के लिए पाटर्नरशिप की है।समझौता ज्ञापन (Mou) भारतीय यात्रियों को Google Pay (जिसे GPay भी कहा जाता है) के जरिये से अन्य देशों में भुगतान कर पाएंगे। ऐसे में अब विदेश जाते समय कैश या विदेशी करेंसी ले जाने की समस्या खत्म हो जाएगी।
इस समझौते का उद्देश्य
Google Pay ने एक बयान में कहा कि इस एमओयू के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं।
- यह भारत के बाहर के यात्रियों के लिए यूपीआई पेमेंट के इस्तेमाल को व्यापक बनाना चाहता है। इससे वह विदेशों में आसानी से लेनदेन कर पाएंगे।
- एमओयू का उद्देश्य अन्य देशों में यूपीआई जैसी डिजिटल पेमेंट सिस्टम स्थापित करने में सहायता करना है। यह निर्बाध वित्तीय लेनदेन के लिए एक मॉडल देता है।
- यह यूपीआई बुनियादी ढांचे का उपयोग करके देशों के बीच क्रॉस बॉर्डर फाइनेंशियल एक्सचेंज के प्रोसेस को आसान बनाने पर ध्यान देता है।
एनआईपीएल के सीईओ रितेश शुक्ला ने कहा कि
यह रणनीतिक साझेदारी न केवल भारतीय यात्रियों के लिए विदेशी लेनदेन को सरल बनाएगी बल्कि हमें एक सफल डिजिटल भुगतान सिस्टम के संचालन के बारे में अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को अन्य देशों में विस्तारित करने की भी अनुमति देगी।
क्या है इस समझौते का फायदा
- एमओयू यूपीआई की वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करेगा। विदेशी व्यापारियों को भारतीय ग्राहकों तक पहुंच देगा।
- इसके बाद से डिजिटल भुगतान करने के लिए केवल विदेशी मुद्रा और/या, क्रेडिट या विदेशी मुद्रा कार्ड पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
- अब लोगों के पास भारत से यूपीआई संचालित ऐप्स का उपयोग करने का विकल्प होगा।
- यह मनी एक्सचेंज करने के प्रोसेस को भी आसान करेगा।