कृषि उत्पादकता बढ़ाने और सप्लाई चेन सुधार पर जोर दे सरकार- आशिमा गोयल
आशिमा गोयल कहा कि इनमें से कई के लिए राज्यों के साथ अच्छे समन्वय की आवश्यकता है। खुदरा मुद्रास्फीति पर एक सवाल का जवाब देते हुए गोयल ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति पिछले कुछ वर्षों में कम मुद्रास्फीति और मजबूत विकास दोनों को इसलिए बनाए रखने में कामयाब रही है क्योंकि इसने वास्तविक ब्याज दरों को संतुलन स्तरों से विचलित नहीं होने दिया।
पीटीआई, नई दिल्ली। अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान मोदी सरकार को कृषि उत्पादकता बढ़ाने और खाद्य कीमतों में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए सप्लाई चेन में सुधार पर जोर देना चाहिए। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की सदस्य आशिमा गोयल ने कहा कि स्थिर सरकार की वापसी के साथ मजबूत विकास और घटती मुद्रास्फीति की संभावनाएं बनी हुई हैं।
उन्होंने कहा, चूंकि अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है, इसलिए निरंतरता बहुत महत्वपूर्ण है। गोयल ने जोर दिया कि स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, न्यायालयों, पुलिस व्यवस्था के साथ-साथ बुनियादी ढांचे में क्षमता का विस्तार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, खाद्य कीमतों में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए कृषि उत्पादकता में वृद्धि और मजबूत सप्लाई चेन आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इनमें से कई के लिए राज्यों के साथ अच्छे समन्वय की आवश्यकता है। खुदरा मुद्रास्फीति पर एक सवाल का जवाब देते हुए गोयल ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति पिछले कुछ वर्षों में कम मुद्रास्फीति और मजबूत विकास दोनों को इसलिए बनाए रखने में कामयाब रही है, क्योंकि इसने वास्तविक ब्याज दरों को संतुलन स्तरों से विचलित नहीं होने दिया।
गठबंधन सरकारों और आर्थिक सुधारों के बीच संबंध से जुड़े एक सवाल के जवाब में गोयल ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता सरकार को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने में सक्षम बनाती है। हालांकि एक स्थिर गठबंधन भी उतना ही प्रभावी हो सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान एनडीए गठबंधन में दो मुख्यमंत्री (एन चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार) विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो एनडीए सरकार के प्राथमिक उद्देश्य से मेल खाता है।
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